Coronavirus in Bihar: कोरोना के नये केस (Coronavirus New Strain) में हो रही वृद्धि को देखते हुए देश के कुछ शहरों को लॉकडाउन (Lockdown) कर दिया गया है. कोरोना के सुधरे हालात के बीच अब फिर संकट के बादल मंडराने के बाद बिहार स्वास्थ्य विभाग (Health Department ) अलर्ट हो गया है. अब सवाल ये कि क्या बिहार में लॉकडाउन (Lockdown in BIhar) लगेगा?
ये सवाल बड़ा है लेकिन जवाब राहत देने वाला है. ऐसा इसलिए क्योंकि ताजा हालात के मद्देनजर बिहार में कोरोना के हालात फिलहाल ठीक है. कुल सक्रिय मामलों की संख्या बुधवार तक कुल 547 है. वहीं रिकवरी रेट की बात करें तो बिहार में यह 99.21% है. बिहार में कोरोना से मौत का आंकड़ा भी देश की अपेक्षा काफी कम है.जमुई, अरवल, बक्सर , मधेपुरा , शेखपुरा और सुपौल में एक भी सक्रिय मामले नहीं है.
ऐसे में जो लोग भी ये सोच रहे हैं कि बिहार में लॉकडाउन लगेगा वो राहत की सांस लें. हालांकि देश के कई राज्यों में कोरोना के नए लहर को देखते हुए बिहार के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने मंगलवार को सभी जिलाधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की. उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि नया कोरोना केस मिलने पर अलर्ट रहें. किसी भी गांव या मुहल्ले में कोरोना के नया केस मिलता है तो उसके आसपास के पांच-10 घरों को शामिल कर माइक्रो कंटेनमेंट जोन की स्थापना करे. कोरोना के निर्देशों का भी पालन कराया जाना आवश्यक है. आवश्यकता पड़ने पर सीमित अवधि का लॉकडाउन भी लगाएं.
मुख्य सचिव ने बताया कि जिलाधिकारियों को वाहनों की जांच करने का निर्देश भी दिया गया है. किसी भी वाहन में अत्यधिक सवारी बैठाकर यात्रा नहीं किया जाये. यह भी देखा जाना चाहिए कि मार्केट, मॉल, सब्जी मंडी सहित सभी भीड़ भाड़ वाले स्थानों में सामाजिक दूरी का पालन हो. वहां पर पुलिस कर्मियों की तैनाती की जाये. उन्होंने जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि अगर किसी क्षेत्र में लॉकडाउन लगाने की आवश्यकता है तो उस इलाके में सीमित अवधि का लॉकडाउन भी लगाये.
लॉकडाउन लगाने के पूर्व उस क्षेत्र में व्यापक प्रचार-प्रसार करा दें जिससे कि वहां के निवासी अपनी जरूरत की आवश्यक वस्तुएं खरीद सकें. मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि कोरोना टीकाकरण के पहले डोज और दूसरे डोज का काम जल्द खत्म करें. स्वास्थ्य कर्मियों के टीकाकरण और फ्रंटलाइन वर्करों के टीकाकरण के बाद दूसरे लोगों के लिए वैक्सीनेशन का कार्य आरंभ किया जाना है. ऐसे में दूसरे डोज की गति को तेज करें.
Posted By: Utpal Kant