Coronavirus News: कोरोना के नए सब वेरिएंट जेएन-1 को लेकर केंद्र सरकार की ओर से एडवाइजरी जारी की गयी है. जिसके बाद अब बिहार सरकार ने भी राज्य में अलर्ट जारी किया है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि कोरोना से निबटने के लिए आवश्यक तैयारी रखें. वहीं चिकित्सकों से मास्क पहनकर अस्पताल आने का सुझाव दिया गया है. वहीं लोगों को सावधानी बरतने की भी सलाह दी गयी है. उधर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया बुधवार को बिहार समेत अन्य राज्यों के साथ कोविड से निबटने को लेकर की जाने वाली तैयारियों की समीक्षा बैठक करेंगे. वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बिहार से भी स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारी इस बैठक में शामिल होंगे.
केरल की एक महिला में कोविड वायरस का सब वैरिएंट जेएन1 पाये जाने के बाद मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने अस्पतालों में सतर्कता बरतने का निर्देश दिया. सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के अधीक्षकों, प्राचार्यों, आइजीआइएमएस के निदेशक व अधीक्षक, एम्स के निदेशक के अलावा सभी सिविल सर्जनों को उन्होंने सतर्कता बरतने का निर्देश दिया. उन्होंने कोविड का आरटीपीसीआर टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने का भी निर्देश दिया. हालांकि बिहार में अभी तक इस प्रकार का वायरस नहीं आया है. उन्होंने सभी अस्पतालों को कोविड प्रबंधन को लेकर मूल्यांकन करने का भी निर्देश दिया. इधर पीएमसीएच सहित अन्य मेडिकल कॉलेज अस्पतालों व अन्य संस्थानों ने चिकित्सकों को मास्क पहनकर अस्पताल आने का परामर्श दिया है.
बता दें कि कोरोना ने वापसी की है और पिछले दिनों केरल के तिरुवनंतपुरम जिले के काराकुलम में एक महिला का जब कोविड टेस्ट रिपोर्ट आया तो वह कोरोना के नए वैरिएंट (जेएन 1) से ग्रसित पायी गयी थी. वहीं कोरोना संक्रमण के मामले लगातार देश में बढ़ रहे हैं. केरल में कोरोना के मामले अधिक सामने आए हैं. वहीं बिहार से सटे उत्तर प्रदेश में भी कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. जिससे बिहार की भी चिंता बढ़नी स्वभाविक है. बता दें कि केरल में बीते 24 घंटे के अंदर कोरोना के 100 से अधिक मामले सामने आए हैं. यहां 1500 से अधिक कोरोना मरीजों का अभी इलाज चल रहा है.
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गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) ने कोविड-19 के नए सब वैरिएंट जेएन 1 को ‘वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ की कैटेगरी में रखा है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इसे बहुत अधिक खतरनाक नहीं बताया जा रहा है. WHO मानता है कि मौजूदा साक्ष्य के आधार पर जेएन 1 से स्वास्थ्य जोखिम कम है. मौजूदा टीके को ही इसके लिए उपयोगी व कवच के रूप में बताया गया है. बता दें कि देशभर में अब 1900 से अधिक कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है. मंगलवार तक देशभर में कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 5 लाख से अधिक बतायी गयी है. वहीं बिहार की बात करें तो राज्य सरकार अलर्ट मोड पर है. लोगों को भी सचेत रहने को कहा गया है.