पटना. बिहार में कोरोना की दूसरी लहर लगातार भयावह होती जा रही है. दूसरी लहर के संक्रमण के कारण विधायक, प्रशासनिक अधिकारी, डॉक्टर, स्कूली शिक्षक, प्रोफेसर, पुलिस अधिकारी सहित विभिन्न क्षेत्रों के कई नामी हस्तियां काल के गाल में समा गयी हैं.
विधायक व पूर्व शिक्षा मंत्री मेवा लाल चौधरी और पूर्व विधान पार्षद जगन्नाथ राय, स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव और अरवल के डीएम रहे रविशंकर चौधरी, सीबीआइ के पूर्व निदेशक व बिहार कैडर के आइपीएस अधिकारी रंजीत सिन्हा, सशस्त्र सीमा बल के पूर्व डीजी अरुण चौधरी और बिहार पंचायती राज विभाग के निदेशक व आइएएस अधिकारी विजय रंजन की मौत कोरोना के कारण हो गयी.
इसी तरह नालंदा के जिला शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार, हुसैनगंज प्रखंड की बीडीओ मनीषा प्रसाद, नूरसराय के बीडीओ राहुल चंद्रा और दानापुर के सीओ विद्यानंद राय का भी कोरोना से निधन हो गया. इस तरह लगभग 60 शिक्षक, 14 डॉक्टर, 13 पुलिस अफसर, दो बीडीओ, एक सीओ और 15 प्रोफेसरों को कोरोना ने हमसे छीन लिया.
हाल ही में पटना विवि के अंग्रेजी विभाग के पूर्व हेड प्रोफेसर शैलेश्वर सती प्रसाद की मौत हुई. वह बिहार संगीत नाटक अकादमी के उपाध्यक्ष भी रह चुके थे. साहित्यकार डॉ हरिशंकर श्रीवास्तव शलभ का निधन भी कोरोना संक्रमण के कारण हो गया.
इसी तरह बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी व बिहार तकनीकी आयोग में उपसचिव पद पर तैनात अनीस अख्तर की मौत 14 अप्रैल को कोरोना से हुई. इनके अलावा उद्योग विभाग के दो अधिकारियों की मौत कोरोना संक्रमण के कारण हुई है.
कृषि विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, सहकारिता, और पशुपालन विभाग में कार्यरत 200 से अधिक कर्मचारी इसके संक्रमण की चपेट में हैं. कई अधिकारी की कोविड से मौत भी हो गयी है. किस विभाग में कितने कर्मचारी कोविड के संक्रमण में है, कितनों की मौत हो गयी है, इसका अभी आधिकारिक रिकाॅर्ड नहीं बना है. कुल संख्या की भी जानकारी नहीं है.
मंगलवार को पटना के नौबतपुर के प्रखंड कृषि पदाधिकारी अरुण कुमार शर्मा की मौत कोरोना से हो गयी. इसी तरह दानापुर के कृषि पदाधिकारी जयनाथ प्रसाद की मौत भी कोरोना संक्रमण से हुई थी. वहीं राज्य के 50 से अधिक सहायक अध्यापक कोरोना से हैं. अब तक तीन लोग मरे हैं. वहीं, शिक्षक यूनियन की मानें तो 60 से अधिक शिक्षक मरे हैं.
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान व इस वर्ष जनवरी से लेकर अब तक 202 पुलिसकर्मी कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. इनमें 13 पुलिसकर्मियों की मौत भी हुई है. मोतिहारी के दारोगा त्रिलोकि नाथ राय, विशेष शाखा के इंस्पेक्टर जयदेव भगत, किऊल जीआरपी इंस्पेक्टर राज किशोर प्रसाद आदि की मौत की कोरोना से हुई है. बीएमपी-2 के सब इंस्पेक्टर जिआउद्दीन खान जो बेलहर थाने में पदस्थापित थे, उन्होंने 17 अप्रैल को मायागंज अस्पताल में दम तोड़ दिया.
Posted by Ashish Jha