पटना हाईकोर्ट के कामकाज पर कोरोना का असर, अब सिर्फ जरूरी मामलों पर ही होगी सुनवाई
कोरोना वायरस केअब पटना उच्च न्यायालय में सिर्फ जरूरी मामलों पर ही सुनवाई होगी. हाइकोर्ट परिसर में स्वास्थ्य जांच भी की व्यवस्था की जायेगी.
पटना : पूरी दुनिया में खौफ कायम करने वाले कोरोना वायरस का असर भारत पर भी दिखने लगा है. भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, जो अब 100 के पार चला गया है. लोगों को भीड़-भाड़ वाली जगहों से दूरी बनानने को कहा जा रहा है और देश के लगभग 11 राज्यों में स्कूल कॉलेजों को बंद कर दिया गया है. कोरोना वायरस के कारण पटना हाईकोर्ट कोरोना वायरस के कारण कामकाज पर असर भी पड़ रहा है.
होली की छुट्टी के बाद खुला पटना हाईकोर्ट कोरोना वायरस के कारण कामकाज पर असर पड़ता दिख रहा है. कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए अब पटना उच्च न्यायालय में सिर्फ जरूरी मामलों पर ही सुनवाई होगी. इस महीने कई मामलों पर सुनवाई नहीं होगी महत्वपूर्ण मामलों पर सीमित सुनवाई होगी और हाइकोर्ट परिसर में स्वास्थ्य जांच भी की व्यवस्था की जायेगी.
गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैली नोवेल कोरोना महामारी को लेकर बिहार में थोड़ी राहत की बात है. अलर्ट के बाद सूबे में अब तक 57 संदिग्धों की वायरोलॉजी जांच करायी गयी, जिनमें एक भी पॉजिटिव केस नहीं मिला है. स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक 25 जनवरी से लेकर अब तक कोरोना से पीड़ित देशों से लौटे कुल 274 यात्रियों को सर्विलांस पर रखा गया. हालांकि, इनमें से 86 यात्रियों के 14 दिनी निगरानी टेस्ट में पास कर जाने पर उनको जांच के दायरे से बाहर कर दिया गया है.
कोरोना से बचाव का एकमात्र उपाय सावधानी है. इसको ध्यान में रखते हुए पटना और गया एयरपोर्टों से लेकर बिहार की सीमा से सटने वाले अंतरराष्ट्रीय बॉर्डरों पर लगातार निगरानी की जा रही है. वायरस का फैलाव रोकने को लेकर राज्य सरकार ने पहले ही स्कूल, कॉलेज, कोचिंग सहित समूह में इकट्ठा होने जगहों पर प्रतिबंध लगा दिया है. साथ ही विदेश, खासकर चीन, यूरोप व गल्फ देशों से आने वाले संदिग्धों पर कड़ी निगाह रखी जा रही है. पटना एयरपोर्ट से ही अब तक ऐसे 27 लोगों को सर्विलांस में रखा गया है.