पटना. प्रदेश के सभी नगर निगम, नगर पर्षद और नगर पंचायतों के कर्मी शनिवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जायेंगे. इससे सफाई व्यवस्था प्रभावित होने के आसार हैं. दैनिक मजदूरों के स्थायीकरण और 18000 -21000 न्यूनतम वेतन, आउटसोर्सिंग समाप्त करने, समान काम का समान वेतन सहित 11 सूत्री मांगों को लेकर वे हड़ताल पर रहेंगे. गौरतलब है कि बिहार लोकल बॉडीज कर्मचारी संघर्ष मोर्चा से राज्य भर के 50 हजार निकाय कर्मचारी जुड़े हैं और पटना नगर निगम में इसकी संख्या छह हजार है.
प्रदेश के सभी नगर निगम, नगर पर्षद और नगर पंचायतों के कर्मी शनिवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जायेंगे. इससे कचरा उठाव पर प्रभाव पड़ने की आशंका है़ हड़ताल के समर्थन में पटना नगर निगम संयुक्त कर्मचारी समन्वय समिति के बैनर तले पटना नगर निगम मुख्यालय पर कर्मियों ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया. बिहार लोकल बॉडीज कर्मचारी संघर्ष मोर्चा और बिहार स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर यह प्रदर्शन किया गया.
प्रदर्शन स्थल पर ही सभा हुई, जिसमें संघ के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह ने कहा कि सरकार ने हड़ताल रोकने के लिए कोई भी पहल नहीं की है. इसलिए शनिवार से हड़ताल अवश्यंभावी है. सभी नगर निगम, नगर पर्षद व नगर पंचायतों के कर्मी हड़ताल पर जायेंगे. बिहार लोकल बॉडीज कर्मचारी संघर्ष मोर्चा से राज्य भर के 50 हजार निकाय कर्मचारी जुड़े हैं.
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दैनिक मजदूरों का स्थायीकरण और 18000 -21000 न्यूनतम वेतन
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आउटसोर्सिंग
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समाप्त करना
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समान काम का
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समान वेतन
पटना नगर निगम चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ इस हड़ताल में शामिल नहीं होगा. संघ के नेताओं ने नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर से मिलकर इपीएफ की गड़बड़ी में सुधार लाने, निजी एजेंसी के अधीन कार्यरत सफाई मजदूरों, चालकों को मनमाने ढंग से वेतन भुगतान करने पर कार्रवाई करने सहित नौ सूत्री मांगों से अवगत कराया. वार्ता में संघ के अध्यक्ष डॉ संजय बाल्मीकि ने कहा कि यह हड़ताल पटना नगर निगम कर्मियों की नहीं है.
पटना नगर निगम का दावा है कि शहर में सफाई व्यवस्था सुचारु रूप से चलेगी. सफाई कर्मियों को हड़ताल में शामिल नहीं होने की सूचना पहले ही दे दी गयी है. ऐसे में शहर की सफाई व्यवस्था को ठप करने पर कर्मियों पर कठोर कार्रवाई की जायेगी. नगर आयुक्त ने सभी कर्मियों को यह निर्देश दिया गया है कि वह किसी भी तरह की ऐसी हड़ताल का हिस्सा न बनें. अगर निगम के कर्मी हड़ताल में संलिप्त पाये गये, तो उन्हें चिह्नित कर कार्रवाई की जायेगी.