पटना. दिल्ली की गद्दी पर नीतीश कुमार के बैठाने की तैयारी शुरू हो चुकी है. 2022 के अंत में ही जदयू ने 2024 की अपनी सियासी मंशा जता दी है. रविवार को पटना में जदयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक भाग लेने आये झारखंड के नेताओं ने एक कलेंडर जारी किया.उसमें देश मांगे नीतीश लिखा हुआ है. इस कलेंडर के सामने आने के बाद बिहार की सियासी हलके में ‘देश मांगे नीतीश’ की चर्चा जोरों पर हो रही है.
इस कलेंडर के जारी होने के बाद एक बार फिर नीतीश कुमार के केंद्रीय राजनीति में जाने की बातें होने लगी है. कलेंडर में नीतीश कुमार की तस्वीर लगी है. तस्वीर में वो पगड़ी पहने हुए हैं. वहीं मोटे मोटे अक्षर में लिखा है देश मांगे नीतीश. कलेंडर में नीतीश को लेकर और भी कई बातें कही गयी है. परिषद स्थल और विपक्षी खेमा दोनों जगहों पर यह चर्चा जोरों पर है कि आखिर नीतीश कुमार का अगला कदम क्या होगा. कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार अब बिहार की गद्दी छोड़ दिल्ली की बागडोर संभालने की तैयारी करने जा रहे हैं. कैलेंडेर के जरिए कार्यकर्ताओं को यही संदेश जेडीयू की ओर से दिया गया है.
जारी कलेंडर में नीतीश के किये गये कामों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी है. ‘स्वच्छ प्रतिभा, सुशासन और संयमी नेतृत्व. नीतीश कुमार की यही पहचान है. उन्होंने बिहार का कायापलट किया. महिलाओं को सुरक्षित किया. युवाओं को भरोसा दिया. अब देश को नीतीश कुमार का इंतजार है.’ कलेंडर के हर पन्ने में नीतीश की एक उपलब्धि का जिक्र किया गया है. जिस तरह से जारी कलेंडर में इस तरह की बात लिखी है, इससे साफ हो गया है कि नीतीश कुमार अब 2024 में दिल्ली की गद्दी पर बैठेंगे. कलेंडर का यही सार है कि नीतीश कुमार पीएम कैंडिडेट बनाये जाएं. वहीं जदयू भी इसी मुहीम आगे बढ़ाने में जुटी है. कलेंडर में यह संदेश दिया गया है कि 2024 में भाजपा को हराना है.