मुजफ्फरपुर में 11 लाख लोगों ने नहीं लिया कोरोना का टीका, नये वैरिएंट ने बढ़ायी चिंता
मुजफ्फरपुर जिले में इन दिनों कोरोना जांच की संख्या भी बढ़ गयी है. अब रोज 2500 लोगों की कोरोना जांच हो रही है. इसमें डेढ़ हजार एंटीजन और एक हजार आरटीपीसीआर जांच की जा रही है.
मुजफ्फरपुर. कोरोना के नये वायरस बीएफ-7 के प्रसार ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. विशेषज्ञ बता रहे हैं कि जिन लोगों का टीकाकरण हो चुका है, उन्हें डरने की जरूरत नहीं है. टीका इस नये वायरस पर भी असरदार साबित होगा, टीका कितना प्रभावी होगा, यह तो आने वाले समय में पता चलेगा, लेकिन सबसे बड़ी चिंता यह है कि जिले में 11 लाख से अधिक लोगों ने कोरोना का टीका नहीं लिया है. उन पर कोरोना संक्रमण का खतरा अधिक है. जिला प्रतिरक्षण कार्यालय की तीन महीने पहले की रिपोर्ट के अनुसार जिले में 11 लाख 44 हजार, 243 लोगों ने अब तक कोरोना का पहला टीका भी नहीं लिया था. जिले में टीकाकरण का जितना लक्ष्य दिया गया था, उतना पूरा नहीं हो सका. पिछले दो महीने से कोरोना टीकाकरण भी पहले की तरह नहीं चल रहा है. सिविल सर्जन डॉ यूसी शर्मा ने कहा कि कोरोना टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने की पहल की जा रही है. छूटे हुए लोगों की पहचान कर उनका टीकाकरण कराया जायेगा.
रोज हो रही 2500 कोरोना जांच
जिले में इन दिनों कोरोना जांच की संख्या भी बढ़ गयी है. अब रोज 2500 लोगों की कोरोना जांच हो रही है. इसमें डेढ़ हजार एंटीजन और एक हजार आरटीपीसीआर जांच की जा रही है. नमूना प्रभारी मनोज कुमार ने कहा कि स्टेशन पर जांच कैंप नियमित रूप से चल रहा है. फिलहाल जांच बढ़ाने का निर्देश नहीं है. ऐसा होता है तो जांच बढ़ायी जायेगी.
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डॉक्टर और स्टाफ पहन रहे मास्क
सदर अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ ने मास्क पहनना शुरू कर दिया है. कोरोना के नये वैरिएंट को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. मरीजों को भी मास्क पहन कर ओपीडी में आने की सलाह दी जा रही है. डॉक्टर का कहना है कि फिलहाल कोरोना का खतरा नहीं है, लेकिन बचाव का उपाय करना भी जरूरी है.