पटना. एक मई से 18 वर्ष से ऊपर के लोगों का होनेवाले कोविड टीकाकरण का पोर्टल पहले दिन ही ध्वस्त हो गया. इसके कारण हजारों लोगों का निबंधन नहीं हुआ. इस कारण लोग टीका के लिए रजिस्ट्रेशन कराने को लेकर परेशान रहे.
सरकार द्वारा प्रावधान किया गया था कि टीकाकरण के पहले पोर्टल पर टीका लेनेवालों का पंजीकरण कराया जाना था. बुधवार से इस पोर्टल पर पंजीकरण किया जाना था. पहले दिन ही यह फेल हो गया. हालांकि इसके फेल होने को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है.
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के संयुक्त सचिव डीएन त्रिवेदी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश को ट्विटर संदेश भेज कर बैंकर्स के लिए अलग से कोविड अस्पताल को चिह्नित करने तथा प्राथमिकता के आधार पर बैंकर्स के समूह में टीकाकरण की मांग की है, ताकि राष्ट्र की अर्थव्यवस्था की रीढ़ बैकिंग सेवा बाधित न हो जाये.
उन्होंने बताया कि वित्त मंत्रालय ने 22 अप्रैल को अपने पत्र के माध्यम से बैंकर्स को कोरोना वरियर्स के रूप में मान्यता दी है. इसकी जानकारी गृह सचिव व स्वास्थ्य सचिव तथा सभी राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति को देते हुए प्राथमिकता के आधार पर उनका वैक्सीनेशन किये जाने संबंधी निर्देश को जारी किया था.
राज्य में कोविड-19 के मामलों में हो रही वृद्धि को देखते हुए बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा पटना में कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार और टीकाकरण पर बुधवार से 40 इ-रिक्शा द्वारा जागरूकता अभियान शुरू किया गया.
इस अभियान का उद्घाटन केशवेंद्र कुमार, अपर कार्यपालक निदेशक, स्टेट हेल्थ सोसाइटी ऑफ बिहार, शिवेंद्र पांडेय, कार्यक्रम प्रबंधक, यूनिसेफ बिहार द्वारा किया गया. यह कार्यक्रम शहरी और अर्ध शहरी पटना में उच्च जोखिम वाले इलाकों में जागरूकता बढ़ाने के लिए किया गया.
Posted by Ashish Jha