पटना. परिवहन विभाग ने निर्भया फ्रेमवर्क के तहत सार्वजनिक परिवहन की गाड़ियों में व्हीकल लोकशन ट्रैकिंग डिवाइस एवं इमरजेंसी बटन लगाने का निर्णय लिया है, लेकिन अब तक मात्र 2765 गाड़ियों में यह बटन लग पाया है. साथ ही, 93 ऐसे बसों का परमिट भी रोका गया है, जिसमें यह सिस्टम नहीं लगा हुआ था. एक जनवरी से इसको लेकर सार्वजनिक वाहनों की धड़ पकड़ शुरू हो गयी है. इस वजह से बड़ी संख्या में ट्रक और बस सड़क से गायब हो गये हैं. विभाग ने सभी गाड़ियों में जिसमें यह बटन नहीं लगा हुआ है, उनके प्रदूषण प्रमाण पत्र बनाने और रिस्ट्रेशन पर पूर्णत: रोक लगा दी है. जहां प्रदूषण सेंटर ऐसे बसों को प्रमाण पत्र देंगे, वैसे सभी सेंटरों पर कार्रवाई करते हुए उनका लाइसेंस रद्द करने का निर्देश दिया गया है.
कमांड सेंटर से हो रही है निगरानी, स्कूलों को भेजा जायेगा नोटिस
विभाग मुख्यालय में कमांड एंड कंट्रोल सेंटर भी शुरू किया गया है, जहां से सार्वजनिक परिवहन के लोकेशन की लाइव ट्रैकिंग की जा रही है. विभाग ने जिलों को निर्देश भेजा है कि सभी स्कूली गाड़ियों में डिवाइस लगाया जाये. इस निर्देश का पालन नहीं करने वाले स्कूल प्रबंधक को नोटिस करें.
सुरक्षित होंगी महिलाएं व बच्चे
सार्वजनिक परिवहन के वाहनों में महिलाओं एवं यात्रियों की सुरक्षा के उद्देश्य से व्हीकल लोकशन ट्रैकिंग डिवाइस एवं इमरजेंसी बटन लगाया जाना अनिवार्य किया गया है, ताकि कंट्रोल सेंटर के जरिए लाइव निगरानी किया जाये. यह महिला और बच्चों की सुरक्षा के लिए काफी महत्वपूर्ण कदम है.
बटन दबाते ही कमांड सेंटर में बजेगा अलार्म
सार्वजनिक परिवहन की गाड़ियों (बस, कैब, टैक्सी) से सफर करने वाली महिलाओं या लड़कियों को किसी तरह के खतरे का अभास होने पर इमरजेंसी बटन दबाते ही कंट्रोल कमांड सेंटर में अलार्म बजेगा और तत्काल पुलिस मदद के लिए पहुंचेगी.
बीएसआरटीसी के बसों में लगा इमरजेंसी बटन
परिवहन विभाग के मुताबिक बीएसआरटीसी के बसों में व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस व इमरजेंसी बटन लगाया गया है. जिसके बाद अब गाड़ियों की लाइव ट्रैकिंग शुरू हो गयी है. बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के बसों की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जा रही है.
सार्वजनिक परिवहन के वाहनों में लगाया जाना है वीएलटीडी
राज्य में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट की गाड़ियों को व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस एवं इमरजेंसी बटन से लैस करने की प्रक्रिया अभी पटना, गया, दरभंगा भागलपुर व मुजफफरपुर में तेजी से किया जा रहा है. क्योंकि इन शहरों में सार्वजनिक गाड़ी की संख्या अधिक है.
स्कूल बसों में लगाने होगा अनिवार्य
विभाग के मुताबिक स्कूली छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के लिए भी स्कूल बसों में पैनिक बटन लगाने का निर्देश दिया जायेगा. इसको लेकर जल्द ही विभाग की ओर से स्कूल प्रबंधन के साथ बैठक होगी और उसके बाद सार्वजनिक बसों में अलार्म लगाने का निर्देश दिया जायेगा. ऐसा नहीं करने वाले स्कूल बसों के परिचालन को रोक दिया जायेगा और इन बसों को भी फिटनेस नहीं दिया जायेगा.
इमरजेंसी बटन के फायदे
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वाहनों में वीएलटीडी एवं इमरजेंसी बटन लगे होने से महिलाओं एवं अन्य यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी.
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सार्वजनिक परिवहन के वाहनों की लाइव ट्रैकिंग कर सकेंगे.
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ओवर स्पीडिंग रोकने में मदद मिलेगी.
ऐसे करेगा काम
बस, कैब, टैक्सी से सफर करने वाली महिलाओं, लड़कियों को किसी तरह के खतरे का आभास होने पर इमरजेंसी बटन दबाते ही कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में अलार्म बजेगा और तत्काल मदद के लिए पुलिस पहुंचेगी.