बिहार में पटाखों पर पूरी तरह से रोक, पटना समेत इन शहरों में दिवाली- छठ पर नहीं होगी कोई आतिशबाजी..

Cracker Ban In Bihar: दिवाली 2023 पर बिहार के चार शहरों में पटाखों पर रोक लगा दी गयी है. इन चार शहरों में किसी भी तरह की आतिशबाजी नहीं की जाएगी. इसपर रोक लगा दी गयी है. जबकि अन्य जगहों पर भी पटाखों के इस्तेमाल पर शर्त लागू कर दिया गया है.

By ThakurShaktilochan Sandilya | October 28, 2023 9:57 AM

Cracker Ban In Bihar: दीपावली 2023 पर इस बार बिहार में पटाखों के इस्तेमाल पर कड़ा प्रतिबंध लागू किया गया है. 4 शहरों में इस बार दिवाली 2023 बिना आतिशबाजी के ही मनेगी. यानी इन 4 शहरों में किसी भी तरह के पटाखों के इस्तेमाल की अनुमति नहीं दी जाएगी. बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार, प्रदूषण की समस्या को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है. इन 4 शहरों में पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है. जबकि अन्य जगहों पर भी इस बार सर्शत आतिशबाजी होगी. केवल ग्रीन पटाखों की अनुमति अन्य जगहों पर मिलेगी.


इन चार शहरों में पटाखाें पर लगा बैन..

दीपावली व छठ पर्व में पटाखा फोड़ने पर राज्य के चार शहर पटना, मुजफ्फरपुर, गया व हाजीपुर में पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है. यह जानकारी बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने साझा की है. इस प्रतिबंध को लागू करने की वजह भी बतायी गयी है. बोर्ड के द्वारा बताया गया कि पटाखों में इस्तेमाल होने वाली विभिन्न प्रकार के रसायन व भारी धातुओं से कई तरह के वायु व ध्वनि प्रदूषण उत्पन्न होते हैं. इससे कई तरह की परेशानी हाेती है, जैसे- ह्रदय संबंधित परेशानी, बेहरेपन, अप्राकृतिक आपदा और मोतियाबिंद डिप्रेशन आदि. इसके अलावा शहर में वायु गुणवत्ता की स्थिति को देखते हुए यह कदम उठाया गया है. प्रतिबंध केंद्र सरकार ने आमजनों के स्वास्थ्य व प्रदूषण के संदर्भ में लिया गया है. वहीं राज्य के अन्य शहर में भी मात्र ग्रीन पटाखे का उपयोग करने की अनुमति दी गयी है.

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पटाखा कारोबारियों पर कसा गया नकेल

बता दें कि दिवाली नजदीक आते ही पटाखों के कारोबार ने तेजी पकड़नी शुरू कर दी है. वहीं वाणिज्यकर विभाग भी इन पटाखा कारोबारियों को लेकर लगातार सक्रिय है. पटाखा का व्यवसाय करने वाले व्यवसायियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की गयी है. हाल में ही पटना समेत राज्य के 12 जिलों के 21 पटाखा व्यवसायियों के खिलाफ वाणिज्यकर की छापेमारी हुई. जिसमें 8.57 करोड़ का माल जब्त किया गया था. पटना समेत राज्य के 12 जिलों के 21 पटाखा व्यवसायियों के खिलाफ वाणिज्यकर विभाग की टीम ने छापेमारी की थी. ये सभी ऐसे कारोबारी थे जो लाखों-करोड़ों के पटाखे की खरीद की थी. लेकिन उनके द्वारा बिक्री काफी कम दर्शायी गयी थी. विभाग ने इस कार्रवाई के लिए 27 संयुक्त दलों का गठन किया, जिनमें 81 पदाधिकारी शामिल थे. देर रात तक विभागीय पदाधिकारियों द्वारा निरीक्षण की कार्रवाई की गयी थी. टीमों ने पटना, मुजफ्फरपुर, कटिहार, सीवान, पूर्णिया, दरभंगा, गया, भालपुर, नालंदा, भोजपुर, सहरसा और वैशाली जिलों के प्रतिष्ठानों के खिलाफ कार्रवाई की थी.

पटाखा कारोबारियों से करोड़ों का माल जब्त किया गया

वाणिज्यकर विभाग के सूत्रों के अनुसार, छापेमारी के दौरान दो व्यवसायियों के बही खाते में कुल 89.4 लाख की बिक्री कम करके दिखायी गयी थी, जबकि 8.57 करोड़ का माल जब्त किया गया. एक मामले में कारोबारी ने टैक्स के मद में तीन लाख का भुगतान भी कर दिया. विभागीय सचिव सह आयुक्त डॉ प्रतिमा ने बताया कि टैक्स में गड़बड़ी करने वाले पटाखा व्यवसायियों को चिह्नित करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की गयी और आगे भी कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कारोबारियों से समुचित कर भुगतान करने की अपील की.राज्य कर विभाग की ओर से हो रही कार्रवाई से पटाखा कारोबारियों में भी हड़कंप है. बिक्री का डाटा, मंगाये गये पटाखे सहित बेचे गये पटाखों का विवरण उनसे लिया जा रहा है. खुदरा बिक्री के लिये रखे गये पटाखों सहित गोदाम में रखे माल का भी स्टाॅक लिया जा रहा है.जीएसटी रिटर्न में गड़बड़ी को लेकर इन दुकानों में जांच चल रही है. यानी अवैध तरीके से होने वाले कारोबार पर नकेल कसा जा रहा है.

प्रदूषण की समस्या को लेकर अलर्ट

गौरतलब है कि बिहार में प्रदूषण की समस्या को देखते हुए लगातार कार्रवाई की जा रही है. इधर मौसम में बदलाव के बाद प्रदूषण में बढ़ोतरी हुई है. बारिश की वजह से वातावरण में धूलकण अधिक नहीं होते थे. लेकिन अब जब बारिश नहीं हो रही है तो धूलकण की वजह से हवा जहरीली हो रही है. प्रदेश में प्रदूषण की स्थिति की बात करें तो इन दिनों पटना, भागलपुर, पूर्णिया समेत कई जिलों का AQI खराब के लेवल पर पहुंचने लगा है. वहीं पाटलिपुत्र औद्योगिक क्षेत्र में चल रहे तीन कारखानों को बंद तक करने के आदेश जारी किए गए हैं. बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद की ओर से ये आदेश दिए गए हैं.

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