पटना. राज्य में क्राइम की घटनाएं स्थिर हैं. वर्ष के शुरुआती छह माह में क्राइम का ग्राफ नहीं बढ़ा है. बिहार पुलिस की ओर से इस वर्ष जनवरी से लेकर जून तक जारी किये गये क्राइम आंकड़ों के अनुसार इन महीनों में हत्या, चोरी व रेप सहित अन्य संज्ञेय अपराध में कोई खास वृद्धि नहीं दर्ज की गयी है.
आंकड़े बताते हैं कि इन छह माह में राज्य में 131500 संज्ञेय अपराध दर्ज किये गये हैं. इनमें 1399 हत्याएं, 17962 चोरी की घटनाएं, 5089 किडपैनिंग और मात्र पैसे के लिए 23 किडनैपिंग के मामले दर्ज किये गये हैं,जो हर माह औसत रूप से समान रहा है.
बिहार पुलिस के आंकड़ों को देखा जाये तो राज्य में संज्ञेय अपराध के मामले में चोरी व बंधक बनाने की घटनाएं सबसे अधिक होती हैं. वर्ष के शुरुआती छह माह में कुल 17962 चोरी की घटनाएं दर्ज की गयी हैं. इसमें जून माह में 3245, मई माह में 2401, अप्रैल माह में 2661 और मार्च माह में 3144 चोरी की घटनाएं दर्ज की गयी हैं.
वहीं, बंधक यानी किडनैपिंग की घटनाएं दूसरे नंबर पर हैं, जो जून माह में 907, मई माह में 617, अप्रैल माह में 921 और मार्च माह में 1002 घटनाएं दर्ज की गयी हैं. हालांकि, पैसे के लिए किडनैपिंग के मामले राज्य में बेहद कम हो गये हैं. जून, मई और मार्च में मात्र तीन-तीन और अप्रैल में मात्र चार घटनाएं दर्ज की गयी हैं.
राज्य में अन्य क्राइम घटनाओं के मुकाबले सड़क लूट की घटनाएं भी अधिक दर्ज की जाती हैं. जनवरी से लेकर जून माह तक 1078 सड़क लूट की घटनाएं घटी हैं. इसमें जून में 180, मई में 138, अप्रैल में 171 और मार्च में 211 वारदात दर्ज किये गये हैं.
वहीं, रेप की घटनाएं भी औसत रूप से समान हैं. जून माह में 163, मई में 117, अप्रैल में 112 और मार्च में 137 रेप की घटनाएं पूरे राज्यभर में दर्ज की गयी हैं.
Posted by Ashish Jha