बिहार के नवादा से अभी तक की सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है. नवादा मंडल कारा में कैदी विजय मांझी के आत्महत्या करने के बाद उसका शव जैसे ही गांव पहुंचा ग्रामीण उग्र हो गये. इसके बाद ग्रामीणों ने सड़क पर शव रखकर विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया. भीड़ के हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हो गये है. घायल पुलिसकर्मियों में शाहपुर ओपी थाना के SI को गंभीर चोटें आई है, जिन्हें इलाज के लिए विम्स रेफर कर दिया गया है. वहीं, दो सिपाही का इलाज पीएचसी में चल रहा है. यह घटना तब हुई, जब मृतक कैदी विजय मांझी का शव पटना पीएमसीएच से पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंचा.
नवादा मंडल कारा में मंगलवार की शाम को एक कैदी की फांसी लगा कर आत्महत्या करने के मामले में बुधवार को अन्य कैदियों में उबाल दिखा. मौत की घटना के विरोध में कैदियों ने जमकर हंगामा किया. इसके साथ ही जेल प्रशासन पर पथराव भी किया. जेल प्रशासन को अंदर अलार्म बजाना पड़ा. इस दौरान कड़ी मशक्कत के बाद हंगामा कर रहे कैदियों को शांत कराया गया था.
मंडल कारा में बंदी की फांसी लगा कर हुई मौत के मामले में उस वार्ड में तैनात वार्डन को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही जेलर से स्पष्टीकरण पूछा गया है. जानकारी के अनुसार, बंदी की मौत के मामले में जेल परिसर के अंदर तैनात वार्डन को लापरवाही के आरोप में तत्काल प्रभाव से वार्डन सतीश कुमार तथा सनातन मुर्मू को निलंबित कर दिया गया है.
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कैदियों के हंगामा करने की सूचना पर जिलाधिकारी समेत कई वरीय पदाधिकारी जेल पर कैंप कर मामले की तहकीकात की है. जिलाधिकारी ने जेल परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाल कर घटना के कारणों की जानकारी ली. जिलाधिकारी ने बताया कि पूरी घटनाक्रम की जांच करायी जाएगी. बतादें कि न्यायिक गिरफ्तार बंदी की व्यवहार न्यायालय द्वारा न्यायिक जांच का प्रावधान है. इसकी जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जायेगा.