बिहार: डीएसपी का फोन हुआ चोरी, फिर शातिर ने बैंक खाते से की लाखों की निकासी, जानिए पूरा मामला
Crime News: बिहार के पटना में डीएसपी का फोन चोरी हुआ था. इसके बाद शातिर ने उनके बैंक खाते से चार लाख की निकासी की है. इस मामले में प्राथमिक दर्ज की गई है. साथ ही मामले की जांच जारी है.
Crime News: बिहार के पटना में डीएसपी का फोन चोरी किया गया था. बदमाशों ने मद्यनिषेध इकाई में कार्यरत डीएसपी सुबोध कुमार के खाते से चार लाख रुपये की निकासी कर ली है. उनका मोबाइल फोन गांधी मैदान इलाके में दो जनवरी को चोरी हो गया था. इस संबंध में उन्होंने गांधी मैदान थाने में मोबाइल गुम होने का सनहा दर्ज कराया था. मोबाइल में उनका बैंकिंग व यूपीआइ एप था. इस दौरान किसी ने उनके खाते से चार लाख रुपये की निकासी कर ली. डीएसपी ने जब नया मोबाइल फोन व सिम कार्ड लिया, तो उन्हें निकासी का मैसेज मिला. इसके बाद उन्होंने साइबर थाने के साथ ही गांधी मैदान थाने में अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा दी है.
एटीएम कार्ड फंसा खाते से हुई निकासी
पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी हैं. डीएसपी ने घटना के बाद अपने बैंक खाता को बंद करा दिया. राजधानी में एक अन्य मामले में एटीएम कार्ड फंसा खाते से 40 हजार की निकासी हुई है. बदमाशों ने दीघा हाट निवासी रामबाबू सिंह का एटीएम कार्ड फंसा दिया और खाते से 40 हजार की निकासी कर ली. रामबाबू सिंह अपने घर के बगल में स्थित एसबीआइ की एटीएम में बैलेंस चेक करने के लिए गये थे. उन्होंने कार्ड डालने के बाद सारी प्रक्रिया की. लेकिन उनका कार्ड एटीएम से नहीं निकला. इसी बीच एक अज्ञात व्यक्ति एटीएम के अंदर आया और बताया कि गार्ड के नंबर पर कॉल करके बात कर लें. इसके बाद रामबाबू सिंह ने गार्ड को कॉल किया तो उसने बताया कि इंजीनियर को भेज रहा हूं. इसके बाद उन्होंने फिर से कॉल किया तो गार्ड ने यह बताया कि कार्ड निकल गया होगा. लेकिन वहां कोई नहीं था. इसी बीच उनके खाते से चार बार में 40 हजार रुपये निकासी का मैसेज आ गया. इस संबंध में रामबाबू सिंह ने दीघा थाने में केस दर्ज करा दिया है.
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ठगों ने कई लोगों को बनाया अपना निशाना
पटना के कोतवाली थाने के बाेरिंग रोड नागेश्वर कॉलोनी निवासी कुमार अपूर्व को पैसा निवेश कर प्रोफिट कमाने का झांसा देकर 70 लाख का गबन कर लिया गया. इस संबंध में कुमार अपूर्व ने अभिषेक व अन्य को आरोपित बनाते हुए कोतवाली थाने में केस दर्ज कराया है. उन्होंने बताया कि अभिषेक ने बाद में 70 लाख का चेक भी दिया था, जो बाउंस कर गया. कुमार अपूर्व ने पुलिस को पैसा दिये जाने का साक्ष्य भी सौंपा है. इधर, पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और जांच कर रही है. पाटलिपुत्र कॉलोनी में स्थित फ्रेजअप इंफ्राकॉन प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक शाक्य कश्यप ने वरूण कुमार की कंपनी से हाइवा हायर करने के लिए 4.90 लाख रुपये दिया था. लेकिन उन्हें हाइवा नहीं मिला और न ही उनका फोन वरूण कुमार उठा रहे हैं. इस संबंध में शाक्य कश्यप ने पाटलिपुत्र थाने में वरूण कुमार के खिलाफ केस दर्ज करा दिया है. पाटलिपुत्र में स्थित इंटरप्राइजेज के वेद प्रकाश ने एक निजी कंपनी पर 11 लाख रुपये नहीं देने का आरोप लगाते हुए पाटलिपुत्र थाने में केस दर्ज करा दिया है. वेद प्रकाश ने पुलिस को बताया है कि उन्होंने दिल्ली की कंपनी को बालू व गिट्टी की सप्लाई की थी. लेकिन करीब 11 लाख रुपये कंपनी की ओर से नहीं मिला है. जबकि काफी दिन हो चुका है.
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साइबर फ्रॉड के मामले में पहुंची इओयू की टीम
मुजफ्फरपुर में पटना इओयू की टीम साइबर फ्रॉड के मामले में जांच व सत्यापन के लिए पहुंची. काजी मोहम्मदपुर इलाके के एक युवक के संबंध में जानकारी ली. इसके बाद टीम वापस लौट गयी. बताया जाता है कि कई राज्यों से साइबर फ्रॉड से जुड़ा मामला है. इसमें अभी सत्यापन और जांच पूरी करने के बाद आर्थिक अपराध इकाई की टीम कार्रवाई करेगी. काजी मोहम्मदपुर थाने की पुलिस ने बताया कि इओयू की टीम अपने स्तर से कार्रवाई कर रही है. टीम अगर भविष्य में किसी तरह की कार्रवाई में सहयोग मांगेगी तो सहयोग किया जायेगा. हाल में साइबर फ्रॉड से जुड़े कई राज्यों की पुलिस मुजफ्फरपुर में छापेमारी कर चुकी है. बता दें कि हरियाणा व पंजाब की पुलिस टीम ने लॉरेंस बिसनोई गैंग के द्वारा हाइप्रोफाइल नेताओं व व्यवसायियों से रंगदारी मांगने के मामले में मुजफ्फरपुर में छापेमारी की थी. इसमें तीन शातिरों को सदर इलाके से गिरफ्तार कर टीम अपने साथ ले गयी थी. चार दिन पहले रांची साइबर थाने की पुलिस ने ब्रह्मपुरा इलाके से बड़े पैमाने पर की गई ठगी के आरोपित को गिरफ्तार किया था.