बिहार: स्कूल डायरेक्टर के बेटे के पास भेजती थी ‘मैडम’, डिप्रेशन में गयी छात्रा ने बंद कमरे का उगला राज..
Crime News: बिहार के सहरसा जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक स्कूल की मैडम, छात्रा को विद्यालय के डायरेक्टर के बेटे के पास भेजती थी. साथ ही पीड़िता को कई तरह की धमकी भी दी गई. वहीं, अब इस मामले में कार्रवाई की गई है.
Crime News: बिहार के सहरसा जिले से एक हैरान करने वाली वारदात सामने वाली है. यहां एक शिक्षिका ने छात्रा को एक दूसरे छात्र के साथ कमरे में बंद कर दिया. इसके बाद छात्रा के साथ हैवानियत हुई है. कोसी रेंज के डीआइजी शिवदीप लांडे ने मेनहा स्थित एक शिक्षण संस्थान के निदेशक पुत्र सुमित उर्फ सम्राट विश्वास व शिक्षिका पर एक स्कूली छात्रा द्वारा दर्ज कराये गये मामले को गंभीरता से लिया है. थाना लाने के बाद आरोपित मैडम को थाना से छोड़ने की जानकारी मिलने पर डीआइजी ने इसे पुलिस की छवि धूमिल करने का प्रयास मानते हुए मैडम से कड़ाई से पूछताछ का आदेश दिया है. सिर्फ इतना ही नहीं इसके अलावा आरोपी निदेशक पुत्र के द्वारा पूर्व में किये गये कृत्यों की जांच के लिए भी कहा गया है.
डीआइजी ने गहराई से अनुसंधान का दिया निर्देश
इस पूरे मामले में डीआइजी ने कहा है कि अगर कोई अन्य छात्रा इस तरह से पीड़ित हुई है तो वो सीधे उनसे मिलकर या मोबाइल पर शिकायत कर सकती है. डीआइजी शिवदीप लांडे ने एसपी को दिए आदेश में कहा है कि इस घटना के शिकायतकर्ता द्वारा उन्हें आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी गयी है. जिस आलोक में सदर थाना में दर्ज केस के अवलोकन से ही स्पष्ट हो रहा है कि कांड की पीड़िता के साथ वर्ष 2018 से विद्यालय निदेशक के पुत्र द्वारा दुष्कर्म किये जाने का उल्लेख है. जो काफी संवेदनशील मामला है. यही नहीं इस कांड के अभियुक्तों द्वारा इस प्रकार की घटना अन्य लड़कियों के साथ भी करने की बात प्रकाश में आ रही है. उन्होंने इस मामले में गहराई से अनुसंधान का निर्देश दिया है.
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कांड के संबंध में साक्ष्य संकलन करने का आदेश
डीआइजी ने कहा है कि पीड़िता द्वारा न्यायालय में दिये गये बयान के आलोक में साक्ष्य का संकलन किया जाना आवश्यक है. दर्ज मामले में विद्यालय की लाइब्रेरी के बगल वाला कमरा में ले जाकर पीड़िता के साथ गलत कार्य किये जाने का उल्लेख है. जिस कारण संबंधित कमरा को चिह्नित कर कांड के संबंध में साक्ष्य संकलन करने को कहा गया है. यह भी कहा गया है कि जिस समयावधि की घटना है, इस अवधि में वहां पर सीसीटीवी कैमरा लगा था तो उसका फुटेज प्राप्त करें. उन्होंने कहा है कि अभियुक्त मैडम के माध्यम से अभियुक्त सुनीत कुमार विश्वास उर्फ सम्राट विश्वास द्वारा गलत काम किया गया है. अनिता को पुलिस द्वारा थाना पर बुलाकर पूछताछ कर किस परिस्थिति में छोड़ा गया, इस संबंध में स्थिति स्पष्ट करने को कहा है.
डीआइजी ने बताया है कि थाना से अनिता मैडम को छोड़ने के पुलिस के इस कृत्य से आम जनता में पुलिस की छवि धूमिल हुई है. उन्होंने अभियुक्त अनिता मैडम से इस कांड के घटनास्थल की पहचान कराकर साक्ष्य संकलन करने का निर्देश दिया है. जबकि, विद्यालय निदेशक के पुत्र सम्राट विश्वास द्वारा इस प्रकार का कृत कितने लड़कियों के साथ किया गया है, इस संबंध में उसके सहयोगी मैडम से कड़ाई से पूछताछ करने को कहा गया है. उन्होंने अभियुक्त सम्राट विश्वास द्वारा घटना के समय वीडियो बनाने के संबंध में जानकारी लेकर घटना से संबंधित वीडियो प्राप्त कर उसे जब्त करने को कहा है.
डीआइजी ने कार्रवाई का दिया आदेश..
संस्थान की एक छात्रा के स्वजन ने निदेशक के पुत्र सम्राट विश्वास व मैडम पर सदर थाना में दुष्कर्म का मामला 28 अगस्त को दर्ज कराया था. जिसमें कहा गया है कि उक्त शिक्षण संस्थान में पढ़ाने के दौरान छात्रा की तबीयत खराब रहने लगी. सहेलियों की सलाह पर वहां से जून 2019 में हटाकर दूसरे विद्यालय में नामांकन करवा दिया गया. वर्ष 2022 से नीट की तैयारी पटना में कर रही थी. इसी दौरान उसकी तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां से मनोचिकित्सक के पास भेजा गया. मनोचिकित्सक को छात्रा ने बताया कि स्कूल के निदेशक के छोटे पुत्र सम्राट विश्वास अनिता मैडम के माध्यम से जबरन बगल वाले कमरे में बुलाते थे. कमरे में आने के बाद मैडम दोनों को कमरा में अकेला छोड़कर बाहर से कमरा बंद कर देती थी. जिसके बाद सम्राट उसे प्रताड़ित कर यौन उत्पीड़न करता था. वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी दी जाती थी. जिस कारण छात्रा डिप्रेशन में चली गयी.
मामले में पुलिस ने निदेशक पुत्र व मैडम को गिरफ्तार किया था. लेकिन, मैडम को थाना से पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया. जबकि, निदेशक पुत्र को जेल भेज दिया गया. अब डीआइजी द्वारा मामले को गंभीरता से लेने के बाद एक बार फिर मामला गरमा गया है. डीआइजी शिवदीप लांडे ने कहा है कि यदि स्कूल की अन्य किसी छात्रा के साथ इस प्रकार की घटना घटित हुई है तो वो उनके कार्यालय आकर अथवा सरकारी मोबाइल नंबर पर इसकी जानकारी दे सकती हैं. उन्हें किसी से डरने की जरूरत नहीं है. मैं उनकी मदद करूंगा.