Bihar News: भागलपुर के नवगछिया व्यवहार न्यायालय में कुख्यात अपराधी पुरोषत्तम यादव उर्फ छोटू यादव को हत्या के मामले में पेशी के लिए लाया गया. जिसके मद्देनजर नवगछिया कोर्ट को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था. भागलपुर सेंट्रल जेल से ही स्कॉट कर नवगछिया व्यवहार न्यायालय लाया गया. बता दें की नवगछिया व्यवहार न्यायालय के चारो तरफ पुलिस पदाधिकारी की तैनाती की गई थी एवं कोर्ट परिसर में आने जाने वाले लोगों की तलाशी ली जा रही थी. वहीं एक तरफ कोर्ट परिसर को आम लोगों के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया था. नवगछिया व्यवहार न्यायालय में भागलपुर से करीब 11 बजे छोटुवा और उसके पिता रामरती यादव को लाया गया, जिसके बाद करीब 12:30 बजे पेशी करा कर पुलिस की पुख्ता अभिरक्षा में भागलपुर सेंट्रल जेल भेजा गया. मौके पर एसडीपीओ ओम प्रकाश अरुण तैनात थे. वहीं गोपालपुर थाना, कदवा, इस्माइलपुर, खरीक, ढोलबज्जा, महिला थाना, वज्र टीम, नवगछिया थाना, सर्किल इंस्पेक्टर सहित अतिरिक्त पुलिस बल सुरक्षा में तैनात थे. पेशी के बाद सभी थाना के द्वारा भागलपुर ले जाया गया.
गोपालपुर थाना क्षेत्र के लतरा में चार अप्रैल 2020 को राजधर यादव की हत्या गोली मार कर अपराधियों ने कर दी थी. इस मामले में राजधर यादव की पत्नी रिका देवी के बयान पर पांच लोगों पर गोपालपुर थाना में मामला दर्ज किया गया था. जिसमें पुरोषत्तम यादव उर्फ छोटू यादव और उसके पिता रामरती यादव सहित तीन अन्य को नामजद किया गया था. इसी मामले में नवगछिया एडीजे द्वितीय के न्यायालय में पेशी के लिए लाया गया था. सूत्रों के अनुसार सोमवार से एक सप्ताह तक इस मामले में छोटूवा और उसके पिता ट्रायल पर है जिसके लिए हर दिन भागलपुर सेंट्रल जेल से नवगछिया व्यवहार न्यायालय लाया जाएगा.
पुलिस सूत्रों के अनुसार खुफिया एजेंसी द्वारा पुलिस को जानकारी दी गई थी कि पेशी के दौरान छोटुवा या तो पुलिस अभिरक्षा से भाग सकता या उस पर जानलेवा हमला हो सकता है. जिसके मद्देनजर नवगछिया एसपी सुशांत कुमार सरोज के निर्देश पर एनएच 31 से लेकर व्यवहार न्यायालय को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था. छोटूवा के एक सप्ताह होनी वाली पेशी में इसी तरह का सुरक्षा व्यवस्था बनी रहेगी. बता दें की छोटूवा के विरुद्ध नवगछिया व्यवहार न्यायालय ने कुल 29 मामले में ट्रायल चल रहे है.
एसडीपीओ ओम प्रकाश अरुण ने बताया कि छोटू यादव अपराधी है, जो सेंट्रल जेल भागलपुर में बंद है. उसकी नवगछिया व्यवहार न्यायालय में पेशी थी, वह कुख्यात अपराधी है. उसके दुश्मन भी बहुत है जो उसपर हमला करने की ताक में रहते है. पुलिस अधीक्षक नवगछिया के निर्देश पर चारो तरह पुलिस फोर्स लगा कर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई थी, जिस कारण से परिंदा भी पड़ नही मार सका. सही सलामत तरीके से गवाही हुआ और और उसको वापस सेंट्रल जेल भागलपुर भेज दिया गया.
(भागलपुर से अंजनी कुमार कश्यप की रिपोर्ट.)