Crime News: बिहार में साइबर अपराधी ठगी का नया तरीका अपना रहे है. इसी कड़ी में एक नई घटना सामने आई है. साइबर ठगों को बिना ओटीपी बताए ही उन्होंने रुपयों की निकासी कर ली. साइबर बदमाशों ने झांसा में लेकर नेहरू नगर निवासी अभिषेक कुमार सौरभ के क्रेडिट कार्ड खाते से रुपयों की निकासी कर ली. अभिषेक के खाते से सारा पैसा गुड़गांव से निकाला गया . बताया जाता है कि उन्हें एक कॉल आया और यह बताया गया कि वह साइन कंपनी का प्रतिनिधि है. इस कंपनी से जुड़ने के लिए दस रुपये का रजिस्ट्रेशन लिंक के माध्यम से करना होगा. इसके बाद लिंक भी भेज दिया. अभिषेक ने लिंक को क्लिक कर अपनी डिटेल डाल दिया.
पीड़ित के डिटेल को डालने के बाद करीब नौ हजार रुपये निकासी का मैसेज आया तो अभिषेक ने प्रक्रिया को बंद कर दिया. इसके बाद उन्हें ओटीपी भी आया. लेकिन उन्होंने उसे शेयर नहीं किया. लेकिन फिर भी खाते से 35 हजार की निकासी हो गयी. वहीं, पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के हनुमान नगर निवासी दो भाई महेंद्र और जीतेंद्र के खाते से साइबर शातिरों ने 2.2 लाख रुपये की निकासी कर ली है. दोनों भाइयों ने इस संबंध में साइबर क्राइम पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवाया है. बड़े भाई महेंद्र ने बताया कि इंस्टाग्राम पर एक विज्ञापन के जरिये नंबर मिला था. विज्ञापन में एक कंपनी की फ्रेंचाइजी लेने के बारे में बताया गया था. महेंद्र और जीतेंद्र दोनों का कपड़ा का दुकान है.
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दुकान के नाम पर दोनों भाइयों ने ज्वाइंट खाता खुलवा रखा है. महेंद्र ने बताया कि जब नंबर पर कॉल किया तो एक लड़की ने फोन उठाया. उसने फ्रेंचाइजी लेने के संबंध कई सारी जानकारियां दी. युवती ने पहले दोनों भाइयों से डिटेल लिया और दस्तावेज भी वाट्सएप के जरिये मंगवाया. युवती ने कहा कि आपके मोबाइल पर रजिस्ट्रेशन कन्फर्म करने के लिए ओटीपी जायेगा. जैसे ही ओटीपी महेंद्र के मोबाइल पर आया, उसने युवती को ओटीपी बता दिया. इसके बाद खाते से 2.2 लाख रुपये की निकासी हो गयी. राजधानी के एसपी वर्मा रोड निवासी व पेशे से व्यवसायी रोहित जैन के खाते से साइबर बदमाशों ने 1.39 लाख रुपये की निकासी कर ली है. रोहित जैन ने गांधी मैदान थाने में मामला दर्ज करा दिया है. उन्होंने गुगल से कुरियर कंपनी का नंबर निकाल फोन कर दिया. इसके बाद बदमाशों ने पांच रुपया जमा करने को कहा. साथ ही एनी डेस्क एप डाउनलोड करने को कहा. राेहित ने लिंक के माध्यम से पांच रुपया भेजा और एप भी डाउनलोड कर लिया. इतने में ही खाते से रुपये निकल गये.
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पाटलिपुत्र थाने के लोटस अपार्टमेंट निवासी शशि भूषण सिंह को आइसीआइसी बैंक द्वारा अपग्रेडेड रूबिक्स कार्ड दिया गया. कार्ड नया था, लेकिन साइबर बदमाशों ने कार्ड से एक लाख रुपये की निकासी छह बार में कर ली. जबकि, इस तरह की कोई स्वीकृति शशिभूषण सिंह ने नहीं दी थी. इधर,गाेपालगंज के परशुरामपुर निवासी व पीएमसीएच के मेडिकल छात्र युवराज सिंह को साइबर बदमाशों ने रिडिम प्वाइंट को कैश में बदलने का झांसा दिया और खाते से 50 हजार की निकासी कर ली. उन्हें एक फोन आया और बताया गया कि वे रिडिम प्वाइंट को कैश में बदल सकते हैं. इसके बाद उन्होंने उसमें क्रेडिट कार्ड का डिटेल डाला तो ओटीपी आया और खाते से 50 हजार की निकासी भी हो गयी.