लखीसराय में किऊल नदी पर बनी अस्थायी कच्ची सड़क डेंजर जोन बनती जा रही है. इस पर रात के अंधेरे में राहगीरों से लूटपाट की घटना लगातार सामने आ रही है. हालांकि इनमें से कुछ मामले ही पुलिस तक पहुंचते हैं, जबकि अन्य मामलों में छोटी रकम होने की वजह से लोग पुलिस तक जाने की जहमत नहीं उठाते हैं. अपराधी रात के नौ बजे के बाद लूटपाट की घटना को अंजाम देते है. यहां राहगीरों से पैसा और मोबाइल फोन छिनने की घटना ज्यादातर देखी जाती है.
बता दे कि रात्रि के नौ बजे के बाद पूर्व से घात लगाकर राहगीरों को लूट लिया जाता है. कई बार रात नौ बजे के बाद अपराधियों ने वृंदावन और खगौर के लोगों को अपना शिकार बनाया है. हाल के दिनों में बड़हिया की एक प्राइवेट कंपनी के कर्मी कि बाइक छीन ली गयी. इससे पूर्व खगौर के एक सफाई कर्मी से मोबाइल एवं पैसे छीन लिये गये.
किऊल से उतरकर लखीसराय आने जाने वाले यात्रियों के साथ भी छिनतई की घटना को अंजाम दिया जाता है. कई ट्रेन लखीसराय स्टेशन पर नहीं रुकते है जिसके कारण किऊल में उतरकर यात्री पैदल या वाहनों से लखीसराय लौटते हैं. इसी क्रम में छिनतई की घटना को अंजाम दिया जाता है. छिनतई की घटना को रोकने के लिए स्थानीय थाना की पुलिस द्वारा भी कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है इससे अपराधियों का मनोबल दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहा है.
Also Read: भागलपुर: दवा एजेंसी की आड़ में चल रहा था कफ सीरप का अवैध कारोबार, जांच में जुड़ा कटिहार से कनेक्शन
एसपी पंकज कुमार ने बताया कि घटना की पुलिस के पास शिकायत होने पर कार्रवाई अवश्य की जायेगी. उन्होंने किऊल नदी के कच्चे रास्ते पर पुलिस गश्ती बढ़ाने की बात कही है. बता दे कि लूटपाट की घटना का शिकार हुए ज्यादातर लोग पुलिस के पास शिकायत नहीं करते हैं. ज्यादातर लोग छोटी रकम होने के कारण पुलिस कम्पलेन नहीं करते है. ऐसे में इन लोगों की शिकायत पुलिस तक नहीं पहुंचती है.