बिहार: घर में रखे 2 करोड़ रूपए लूटने की थी तैयारी, बगीचे में हथियार लेकर रात में जमा हुए बदमाश, तभी अचानक…
बिहार के भागलपुर में एक घर में दो करोड़ रूपए कैश रकम होने की भनक जब बदमाशों को लगी तो लूटने के लिए वो बगीचे में जमा हो गए. आधी रात को वो पूरी तैयारी के साथ जुटे थे. वो अफसर के वेश में जाकर इस रकम को लूटने की तैयारी में थे. लेकिन अचानक ऐसा हुआ कि सबके होश उड़ गए...
भागलपुर दो करोड़ रुपये लूट की साजिश सहित एक और लूट की योजना को विफल करने के मामले में भागलपुर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. मामले में भागलपुर पुलिस की विशेष टीम ने चार अपराधियों को मोबाइल और हथियार के साथ गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अपराधियों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. औद्योगिक प्रक्षेत्र (जीरोमाइल) थाना क्षेत्र से मंगलवार देर रात योजना बनाते गिरफ्तार हुए अपराधियों को लेकर उक्त थाना में पुलिस ने सुसंगत धाराओं में अपने बयान पर केस दर्ज किया है. गुरुवार को गिरफ्तार अभियुक्तों को पुलिस ने कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया. इस सफलता की जानकारी सिटी एसपी ने अपने कार्यालय में बुधवार देर शाम प्रेस वार्ता आयोजित कर दी.
देर रात ही बगीचे में छापेमारी कर बदमाशों को दबोचा
सिटी एसपी अमित रंजन ने बताया कि मंगलवार रात वरीय पुलिस अधीक्षक को सूचना मिली थी कि जीरोमाइल थाना क्षेत्र के झुरखुरिया स्थित तक्षशिला विद्यापीठ स्कूल के सामने बगीचे में कुछ अपराधी लूट की योजना बना रहे हैं. एसएसपी ने सिटी एसपी के निर्देशन में एक विशेष टीम का गठन किया. जिसके नेतृत्व की जिम्मेदारी सिटी डीएसपी अजय कुमार चौधरी को दी गयी. टीम ने देर रात ही बगीचे में छापेमारी कर चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया. उनके पास दो देसी कट्टा, 3 जिंदा कारतूस, एक धारदार छुरा और 5 मोबाइल फोन बरामद किया गया. गिरफ्तार अभियुक्तों में जीरोमाइल क्षेत्र के ही मंसरपुर के रहने वाले मो तबरेज, मो सज्जाद, गौतम कुमार और सबौर के सफियागढ़ी के रहने वाले मो राजा शामिल हैं. वे लोग शनिवार को क्षेत्र में ही फाइनांसकर्मी के साथ लूटपाट करने वाले थे. जिसकी रेकी वे लोग पिछले कुछ दिनों से कर रहे थे.
अफसर बनकर देने वाले थे लूट की घटना को अंजाम
सबौर क्षेत्र में ही कुछ दिन पूर्व संपत्ति को लेकर हुई हत्या के प्रयास मामला संज्ञान में आया था. उक्त मामले में संपत्ति को बेचने की बात सामने आयी थी. उक्त मामले में अपराधियों को सूचना मिली थी जमीन बेचने के बाद उससे मिले दो करोड़ रुपये घरवालों ने अपने घर में ही रखा हुआ है. अपराधियों ने पुलिस को जानकारी दी है कि उक्त घर की रेकी करने के बाद उन लोगों ने योजना बनायी थी कि वे इनकम टैक्स या पुलिस अफसर बनकर उक्त घर में छापेमारी के बहाने पहुंचते और छापेमारी के बहाने वे लोग घर में लूट की घटना को अंजाम देते. अपराधियों ने पुलिस को यह भी जानकारी दी है कि पिछले दिनों एनडीपीएस एक्ट के मामले में उनका लाखों रुपये का माल अगरतला पुलिस ने पकड़ लिया था. इससे पूर्व 2018 में मो सज्जाद भी लाखों रुपये के मादक पदार्थ के साथ जीरोमाइल इलाके में गिरफ्तार हुआ था. जिसकी वजह से उन लोगों पर काफी कर्ज हो गया था. उसी कर्ज को चुकाने के लिए वे लोग बड़ी लूट की योजना बनाने में लगे थे.
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दो अपराधियों का मिला आपराधिक इतिहास
मामले में गिरफ्तार चार अभियुक्तों में से दो अपराधियों का आपराधिक इतिहास मिला है. मो तबरेज ने अपने साथियों के साथ मिल कर जीरोमाइल क्षेत्र में विगत वर्ष 2017 में बिजली कर्मी बनकर घुस लूट की घटना को अंजाम दिया था. इसके बाद वर्ष 2018 में उसने जीरोमाइल क्षेत्र में ही एक और लूट की घटना को अंजाम दिया था. वहीं कहलगांव थाना में उसके विरुद्ध गृहभेदन का केस दर्ज है. इसी साल के फरवरी माह में मो तबरेज को अगरतला जीआरपी पुलिस ने लाखों रुपये के मादक पदार्थ के साथ गिरफ्तार किया था. कांड का दूसरा अभियुक्त मो सज्जाद वर्ष 2018 में जीरोमाइल क्षेत्र में भारी मात्रा में मादक पदार्थों के साथ गिरफ्तार किया गया था.