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पटना के बाढ़ कोर्ट परिसर से फरार दो अपराधी बनारस में हुए यूपी पुलिस के एनकाउंटर में ढेर, जानें पूरा मामला

UP Police Encounter: पटना के बाढ़ कोर्ट परिसर से फरार दो अपराधियों को यूपी के वाराणसी में पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है. जबकि एक अपराधी ललन मौके से फरार हो गया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 21, 2022 2:54 PM

पटना. बिहार में बैंक लूट और पुलिस अधिकारियों की हत्या कर हथियार लूटने वाले दो कुख्यात अपराधियों को यूपी के वाराणसी में पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है. एनकाउंटर वाराणसी के भेलखा गांव के पास रिंग रोड पर हुई. इस दौरान दोनों तरफ से करीब 15 राउंड से ज्यादा फायरिंग की बात कही जा रही है. वहीं दोनों का एक अन्य भाई पुलिस को चकमा देकर भाग गया है. जानकारी के अनुसार, पटना के बाढ़ कोर्ट परिसर स्थित हाजत से पिछले 7 सितंबर 22 को फरार हो गये थे. छह मार्च 2017 को बेलछी थाना क्षेत्र के बाघाटिलहा गांव के समीप पीएनबी बैंक की शाखा से दिनदहाड़े 60 लाख रुपये लूटने के मामले में तीनों भाई आरोपित थे. उस लूटकांड में बैंक के गार्ड योगेश्वर पासवान, सुरेश सिंह और चालक अजित यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.

पुलिस ने बदमाशों को रोकने का प्रयास किया था

UP पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने जानकारी देते हुए बताया कि इन बदमाशों की तलाश में पुलिस टीमें लगातार लगी हुई थीं. आज सुबह सर्विलांस की मदद से पता चला कि घटना में वांछित 3 बदमाश भेलखा गांव के पास रिंग रोड से गुजर रहे हैं. इसके बाद क्राइम ब्रांच और बड़ागांव थाने की पुलिस टीम ने घेराबंदी कर तीनों बदमाशों को रोकने का प्रयास किया तो वह फायरिंग शुरू कर दिए. इसके जवाब में भी पुलिस ने करीब 15 राउंड फायरिंग की है. जिसमें दोनों अपराधी मौके पर मारे गए. हालांकि तीसरा आरोपी फरार होने में सफल रहा.

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दोनों ने 11 साल पहले अपराध की दुनिया में कदम रखा था

बिहार पुलिस के अनुसार, दोनों भाइयों ने 11 साल पहले अपराध की दुनिया में कदम रखे थे. इन दोनों के अलावा उनके दो अन्य भाई और उनका पिता भी अपराध से जुड़ा है. बिहार पुलिस के अनुसार, चारों भाई कम समय में बहुत पैसे वाला अमीर बनना चाहते थे. जिसके कारण उन्होंने अपराध की दुनिया में कदम रखा था. 11 साल पहले इन लोगों पर समस्तीपुर के मोहिद्दीनगर थाने में लूट का मुकदमा दर्ज हुआ था. इसके बाद चारों एक के बाद एक वारदात को अंजाम देने लगे. हत्या और सरकारी असलहे लूटने के साथ ही बैंक से पैसा लूटते थे. चारों भाई और उनका गिरोह पूरे बिहार में कुख्यात है.

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