जहानाबाद कोर्ट में सरेंडर करने आए आरोपी को 7 अपराधियों ने वकील के चैंबर से उठाया, दारोगा की जांबाजी से बची जान
न्यायालय में हत्या के मामले में आत्मसमर्पण करने पहुंचे हत्या आरोपित को अपहरण करने की कोशिश की गई. सात की संख्या में आए आपराधियों ने इस वारदात को अंजाम देने की कोशिश की. अपर थानाध्यक्ष राजेश कुमार की जांबाजी की वजह से आरोपी की जान बच गई.
जहानाबाद. कोर्ट एक ऐसी जगह है, जिसे काफी महफूज माना जाता है. लेकिन बिहार में अपराधी अब कोर्ट परिसर में भी किसी घटना को अंजाम देने से नहीं हिचक रहे हैं. समस्तीपुर कोर्ट परिसर में शनिवार को हुई फायरिंग के बाद आज सोमवार को जहानाबाद जिले के न्यायालय में हत्या के मामले में आत्मसमर्पण करने पहुंचे हत्या आरोपित की अपहरण करने की कोशिश की गई. सात की संख्या में आए आपराधियों ने इस वारदात को अंजाम देने की कोशिश की. हालांकि मौके पर रहे टाउन थाने की पुलिस की तत्परता से हत्या आरोपित की जान बच गई, वहां मौजूद दारोगा ने आरोपी को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़ा लिया, नहीं तो बड़ी घटना घट सकती थी.
कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचे अभियुक्त की अपहरण की कोशिश
बताया जाता है कि हुलासगंज थाना क्षेत्र के इमादपुर गांव निवासी सुधीर शर्मा हत्या के मामले में नामजद अभियुक्त थे. कोर्ट में सरेंडर करने के लिए सोमवार को न्यायालय पहुंचे थे. इस दौरान हत्यारोपित लंच होने की वजह से वकील के चेंबर में बैठे थे. इसी क्रम में सात की संख्या में पहुंचे नकाबपोश अपराधी पहले हत्या आरोपित का हाल-चाल पूछा और फिर बाद में जबरन उसे उठाकर घसीटते हुए गाली-गलौज करते बाहर ले जाने की कोशिश करने लगे.
सात अपराधियों से अकेले भीड़ गए थानाध्यक्ष
हत्यारोपित को अहसास हो गया कि अपराधी उनका अपहरण कर रहे हैं तो वह अपनी जान बचाने के लिए जोर-जोर से चिल्लाने लगे. हो-हल्ला की आवाज सुनकर मौके पर रहे टाउन थाना के अपर थानाध्यक्ष राजेश कुमार हंगामा होते देख बगैर समय गवाए वहां पहुंच गए तथा सात की संख्या में पहुंचे नकाबपोश अपराधी से भिड़ गए. हत्या आरोपित सुधीर को अपराधियों के चंगुल से मुक्त करा लिया. हालांकि पुलिस को देखकर पकड़े जाने की डर से 5 अपराधी मौका पाकर फरार हो गए.
पुलिस ने अपहरण करने आए दो अपराधियों को दबोचा
वहीं दो अपराधी को पुलिस ने दबोच लिया. इधर हंगामा होते देख जब तक कोर्ट में तैनात पुलिस पदाधिकारी पहुंचते तब तक भीड़-भाड़ का फायदा उठाकर एक अपराधी पुलिस को चकमा दे भागने में सफल रहा. जबकि एक आरोपित को पुलिस पड़कर पूछताछ करने में जुटी है. पकड़ा गया आरोपित हुलासगंज थाना क्षेत्र के खुदोरी गांव का रहने वाला राजीव कुमार बताया जाता है जिससे पुलिस पूछताछ करने में जुटी है.
पकड़ा गया आरोपित राजीव के चचेरे भाई की पूर्व में हुई थी हत्या
बताया जाता है कि हुलासगंज थाना क्षेत्र के खुदौरी गांव निवासी पकड़ा गया राजीव के चचेरे भाई संतोष शर्मा की हत्या 15 जुलाई को बेनीपुर में हुई थी जिसमें इमादपुर के रहने वाले सुधीर शर्मा समेत पांच लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था, जब विरोधी पक्ष को पता चला कि सुधीर न्यायालय में आत्म समर्पण करने गया है तो वीरू शर्मा समेत सात की संख्या में अपने सहयोगी के साथ पहुंचे और बदला लेने की नीयत से जबरन कोर्ट से उठाकर ले जा रहे थे लेकिन गनीमत यह रही कि पुलिस की नजर टांग कर ले जा रहे अपहरणकर्ता पर पड़ गई, नहीं तो बड़ी घटना हो सकती थी.
हिरासत में लिए गए व्यक्ति से हो रही पूछताछ
अपराधियों के चंगुल से मुक्त होने के बाद हत्यारोपित राहत की सांस ली. उनके चेहरे पर भय का माहौल साफ दिख रहा था. इस संदर्भ में नगर थाने की पुलिस ने बताया है कि हत्या आरोपित को हुलासगंज पुलिस के हवाले कर दिया जाएगा. हिरासत में लिए गये व्यक्ति से पूछताछ की जा रही है.
समस्तीपुर कोर्ट में पेशी को आये शराब तस्कर पर भी की गई थी अंधाधुंध फायरिंग
वहीं इससे पहले शनिवार को समस्तीपुर कोर्ट परिसर में पेशी के लिए लाये गये एक कुख्यात शराब तस्कर पर दो बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी. इसमें कुख्यात शराब तस्कर प्रभात चौधरी के साथ प्रभात तिवारी नामक एक अन्य बंदी भी जख्मी हो गया. दोनों बंदियों ने जख्मी होने के बावजूद हाजत की ओर भाग कर अपनी जान बचायी. फायरिंग के बाद पूरे न्यायालय परिसर में भगदड़ सी मच गयी थी. हर कोई अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग खड़ा हुआ. मौके पर मौजूद भीड़ और पुलिस बस अपराधियों को देखती रह गयी. वहीं घटना को अंजाम देने के बाद दोनों अपराधी फायरिंग करते हुए आराम से पैदल ही भाग निकले. घटनास्थल से पुलिस ने पिस्टल के गोली के तीन खोखे और दो कारतूस बरामद किया है.