कंकड़बाग के कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स स्थित ऑर्टिफिशियल ज्वेलरी दुकान में काम करने वाली पत्नी को लेने पहुंचे युवक को अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी. जिस युवक की हत्या हुई, उसका नाम मनीष कुमार है. वह पटना में अगमकुआं थाने के ट्रांसपोर्ट नगर इलाके का रहने वाला था. घटना रविवार की देर रात की है. दरअसल, मृतक पत्नी खुशबू ज्वेलरी दुकान में काम करती है. वह रविवार की रात अपनी पत्नी को दुकान से घर ले जाने के लिए पहुंचा था.
इस दौरान उस ने देखा कि अपराधी दुकान में अंदर घुस कर लूट पाट करने लगे और खुशबु को अपने कब्जे में ले लिया. पत्नी को अपराधियों के चंगुल में फंसा देख मनीष भी उसे बचाने लगा और अपराधियों से उलझ गया. इसके बाद अपराधी अपने को फंसा देकर कर गोली चला दी जो मनीष के जबड़े में लगी. उसे गंभीर हालत में राजेद्र नगर के राजेश्वरी प्राइवेट हॉस्पिटल में ले जाया गया. वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
दुकान में तीन लोग काम करते है. इसमे काम करने वाली फुलवारीशरीफ की मोना पहले ही दुकान से निकल गयी थी. जिस समय अपराधी दुकान में आये, उस दौरान खुशबू और एक कर्मचारी सचिन मौजूद थे. अपराधियों की सचिन के साथ बहस हो गयी. लगभग 15 मिनट की बहस के दौरान बदमाशों ने हथियार से मार कर सचिन का सिर फोड़ दिया. वही जैसे ही मनीष पहुंचा तो उसके दरवाजा खोलने से एक अपराधी गिर गया. इसके बाद अपराधियों ने युवक को गोली मार दी.
सीसीटीवी से जांच
मौके पर जांच करने पहुंचे एएसपी सदर संदीप सिंह ने शोरूम में लूट की पुष्टि की है. यह लूट कितने की है, इसका आकलन अभी नहीं हो पाया है. शोरूम में लगे सीसीटीवी को खंगाला जा रहा है. उन्होंने बताया कि दुकान के अंदर से एक चाकू बरामद किया गया है. युवक को 7.6 एमएम की गोली लगी है. वह मूल रूप से मुंगेर के लल्लूपुर का है. इसके दो बच्चे है. वही, यह दुकान पटना के ही आयुष जैन की है. जिसका एक ब्रांच बोरिंग रोड में भी है.
मास्क, चश्मा व टोपी लगा कर पैदल आये थे दो अपराधी
पुलिस के अनुसार दो अपराधी रात आठ बजे के करीब दुकान में पैदल आये थे. इन दोनों ने मास्क, चश्मा व टोपी पहन रखा था. दोनों अपराधियों के हाथ मे पिस्ल व चाकू थे. दोनों अपराधी की उम्र 20 से 25 साल के बीच थी. पुलिस ने बताया कि मृतक मनीष आम दिनों में पत्नी को दुकान से लेने नहीं आता था. वही, जब सचिन ने बताया कि यह अपराधियों से कह रहा था कि यह ऑर्टफिशियल ज्वेलरी दुकान है. इसमे अधिक पैसा नहीं रहता है. बावजूद इसके अपराधी सचिन से उलझ रहे थे.