स्मार्ट सिटी में चिह्नित सड़कों के निर्माण पर संकट, भागलपुर में पीडब्ल्यूडी ने देने से किया इंकार
स्मार्ट सिटी की ओर से जितनी भी सड़कें निर्माण के लिए चिह्नित की गयी हैं, उनमें ज्यादातर पीडब्ल्यूडी की हैं.
ब्रजेश, भागलपुर. स्मार्ट सिटी की ओर से जितनी भी सड़कें निर्माण के लिए चिह्नित की गयी हैं, उनमें ज्यादातर पीडब्ल्यूडी की हैं. इन्हें बनाने के लिए पीडब्ल्यूडी की अनुमति की जरूरत है, पर पीडब्ल्यूडी ने सड़कों को बनाने के लिए देने से साफ इंकार कर दिया है.
कहा है कि वो सड़कों का निर्माण नहीं कर सकते, करना है तो फ्लैंक बनायें, पर न तो सड़कों की चौड़ाई कम हो और न ही सड़कों की साइनिंग. इस कारण स्मार्ट सिटी में चिह्नित पीडब्ल्यूडी की सड़कों के निर्माण पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं.
फ्लैंक निर्माण के लिए भी विभिन्न सड़कों में 15-16 जगहों की ही इजाजत दी गयी है. विभागीय अधिकारी के अनुसार स्मार्ट सिटी में तिलकामांझी से घूरनपीर बाबा चौक तक एक किमी, तिलकामांझी चौक से घंटाघर वाया कचहरी चौक तक दो किमी, त्रिमूर्ती चौक से कचहरी चौक सहित आदि रोड के निर्माण के लिए स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने पीडब्ल्यूडी से एनओसी की मांग की थी. मगर, पीडब्ल्यूडी ने देने से इंकार कर दिया है.
इंकार की यह है वजह
पीडब्ल्यूडी के अधिकारी के अनुसार स्मार्ट सिटी से चिह्नित पीडब्ल्यूडी की सड़कें अभी मेंटेनेंस पीरियड में हैं. कुछ पांच, तो कुछ सात साल के मेंटेनेंस पीरियड में है. जबतक मेंटेनेंस पीरियड पूरा नहीं होता, तबतक पीडब्ल्यूडी से एनओसी नहीं दी जा सकती है.
तिलकामांझी टू जीरोमाइल
सेंट्रल रिलिफ फंड से सड़क बनेगी फोरलेन तिलकामांझी से जिरोमाइल तक सड़क फोरलेन बनेगी. इससे जाम से छुटकारा मिलेगा. फोरलेन का निर्माण सेंट्रल रिलीफ से होगा. पथ निर्माण विभाग कार्य प्रमंडल, भागलपुर की ओर से 37 करोड़ का एस्टिमेट तैयार कर स्वीकृति के लिए हेडक्वार्टर भेजा गया है. केवल, इसको मंजूरी मिलने की देरी है.
इस स्कीम से सात से 14 मीटर तक सड़क की चौड़ाई बढ़ायी जायेगी. जहां सड़क संकरी है, वहां भी चौड़ाई बढ़ाने की संभावना तलाशी जायेगी.
Posted by Ashish Jha