आनंद तिवारी, पटना. पीएमसीएच में गेट पर जाम मरीजों की जान पर भारी पड़ रहा है. अशोक राजपथ पर डबल डेकर सड़क और मेट्रो निर्माण के कारण अस्पताल के मखनिया कुआं छोड़ सभी मेन गेट बंद कर दिये गये हैं. पीएमचीएच व आइजीआइसी में मरीज व उनके परिजनों को मिलाकर हर दिन पांच हजार से अधिक लोग आते हैं. ऐसे में मात्र एक मखनियां कुआं वाले गेट पर हर दिन घंटे तक जाम लग रहा है. इससे गंभीर मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
पीएमसीएच का गेट नंबर 1, दो और गंगा पथ से आवाजाही बंद होने की वजह से मखनियां कुआं गेट पर लोड अधिक बढ़ गया है. इस गेट से पीएमसीएच के अलावा इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान यानी आइजीआइसी आने जाने वाले गंभीर मरीज व उनके परिजनों के अलावा डॉक्टर व नर्सों को आना-जाना होता है. गेट पर जाम से इन दोनों ही अस्पताल के गंभीर मरीजों पर असर पड़ता है. कई बार एंबुलेंस मखनियां कुआं मेन गेट पर फंस जाती है. सायरन बजने पर किसी तरह रास्ता मिलता है. तब जाकर इमरजेंसी वार्ड या ओपीडी में मरीजों का आना-जाना होता है.
जाम से बचने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने मखनियां कुआं गेट के पास बैरिकेडिंग की व्यवस्था तो कर दी है. लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों की मानें, तो पुलिस गेट से आये दिन गायब रहती है. जिन ट्रैफिक जवानों की ड्यूटी लगती है उनमें कुछ लोग गेट के सामने मंदिर के पास सिर्फ हेमलेट व गाड़ी के कागजात चेक करते हैं. जाम को हटाने के लिए जल्दी पुलिस नहीं पहुंचती. हालांकि पीएमसीएच के सुरक्षाकर्मी गेट पर मौजूद रहते हैं, लेकिन भीड़ के आगे उनकी भी नहीं चल पाती है. गेट के आसपास इ-रिक्शा की अराजकता तो है ही, अशोक राजपथ के सर्विस लेन तक फलों, चाट और नमकीन आदि बेचने वालों के ठेले सजे रहते हैं.
ओपीडी के समय यहां मरीजों की सबसे अधिक भीड़ लगती है. सुबह आठ से दोपहर एक बजे यानी कुल पांच घंटे तक यहां जाम से मरीजों को जद्दोजहद करनी पड़ती है. यहां तक कि एक बार जाम लगने से गेट के पास करीब पांच से 10 मिनट तक मरीज आदि लोग फंसते रहते हैं.
-
बिहटा की रहने वाली राधिका देवी को यूरोलॉजी संबंधित परेशानी है. इलाज के लिए वह अपने परिजनों के साथ ऑटो रिजर्व कर पीएमसीएच पहुंचीं. गांधी मैदान से पीएमसीएच के गेट नंबर दो के पास जैसे-तैसे पहुंच तो गयीं. लेकिन गोविंद मित्रा रोड से मखिनयां कुआं तक लगे जाम में उनका ऑटो फिर से फंस गया. राधिका के बेटे सोनू कुमार ने का कहना है कि जीएम रोड से पीएमसीएच ओपीडी तक जाते-जाते उनको करीब 15 मिनट का समय लग गया.
-
लकवा के शिकार सत्यदेव कुमार को परिजन कंकड़बाग से पीएमसीएच लेकर गये. उनको टाटा वार्ड में भर्ती होना था. मरीज का एंबुलेंस गेट से 100 मीटर दूरी पर फंस गया. गेट के पास सायरन की आवाज सुन अस्पताल के सुरक्षाकर्मी पहुंचे और जाम से निकाला.
Also Read: पटना में बेतरतीब ढंग से खड़े ऑटो व इ-रिक्शा से लग रहा जाम, महज 200 मीटर की दूरी तय करने में लगता है आधा घंटा
पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ आइएस ठाकुर ने बताया कि जाम नहीं लगे इसलिए अंदर सुरक्षाकर्मी तैनात किये गये हैं. पीएमसीएच में एलएनटी कंपनी व बाहर मेट्रो के काम की वजह से मेन गेट बंद किया हुआ है. मखनियां कुआं गेट से आना-जाना होता है. वहीं पीएमसीएच परिसर के अंदर मरीजों व परिजनों को कोई परेशानी नहीं हो, इसलिए सुरक्षाकर्मियों को विशेष तौर पर अलर्ट किया गया है.