गया. मगध मेडिकल अस्पताल में अब तक क्रिटिकल मरीजों को रेफर करने पर ही जोर दिया जाता है. इनमें सबसे अधिक एक्सीडेंटल व बर्न के मरीज शामिल होते हैं. अस्पताल में हृदय रोग विभाग ही नहीं होने के कारण इससे संबंधित मरीज कम ही यहां इलाज के लिए पहुंचते हैं. अति गंभीर मरीजों के लिए यहां 50 बेडों का क्रिटिकल केयर यूनिट बनाने के लिए जमीन देखी गयी. प्रभारी अधीक्षक डॉ एनके पासवान ने बताया कि यूनिट के निर्माण में 70 फीसदी अंशदान केंद्र सरकार और शेष 30 फीसदी प्रदेश सरकार देगी. यूनिट में पोर्टेबल एक्स-रे मशीन, पोर्टेबल सोनोग्राफी, एडवांस इक्विपमेंट सहित अन्य सुविधाएं होंगी.
यूनिट की स्थापना के लिए कवायद तेज हो कर दी गयी है. उन्होंने बताया कि तत्काल में पहली बार टीम यहां जमीन के लिए सर्वे कर ली है. इसमें बर्न यूनिट होने से सबसे अधिक फायदा होगा. टीम को अस्पताल में 50 बेडों के क्रिटिकल केयर यूनिट की बिल्डिंग बनाने के लिए कई जगहों पर जमीन दिखायी गयी है. सर्वे करने पहुंची टीम में भव्या गांधी, रिंकू पहुजा, रोहित पॉल, अस्पताल की ओर से डॉ केके सिन्हा, हॉस्पिटल मैनेजर संतोष कुमार सिन्हा, सहायक रमेश कुमार आदि मौजूद थे.
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डॉ एनके पासवान ने बताया कि मगध मेडिकल अस्पताल परिसर में क्रिटिकल केयर यूनिट बनाने का प्रस्ताव है. इसमें हृदय रोग, सांस, हेड इंजरी, चोट, सर्जरी सहित अन्य बीमारियों के गंभीर मरीजों का इलाज हो सकेगा. अस्पताल कैंपस में स्थापित होने वाले क्रिटिकल यूनिट में 50 बेड होंगे. यह यूनिट अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित होगा.