Bihar News: बिहार के भागलपुर अंतर्गत सुल्तानगंज का महत्व बाबा भोलेनाथ को यहां की उत्तरवाहिनी गंगा का चढ़ने वाले जल से है. श्रावणी मेला में दो साल बाद कांवरियों का इस बार फिर से तांता लगा. लेकिन श्रावणी मेला के दौरान इस बार गंगा में मगरमच्छ के कारण श्रद्धालुओं में खलबली मची रही. वहीं मेला खत्म होने के बाद भी खौफ कायम है. मगरमच्छ पानी से बाहर भी निकलने लगा था और एक व्यक्ति को शिकार तक बना लिया. नदी का जलस्तर बढ़ा तो मगरमच्छ गायब हुआ लेकिन अब फिर से खतरा मंडराने लगा है.
सुल्तानगंज में गंगा का जलस्तर बढ़ा तो मगरमच्छ अचानक विलुप्त हो गया. इससे पहले अजगैवीनाथ मंदिर के पीछे अक्सर मगरमच्छ को देखा जाता रहा. करीब 5 किलोमीटर के दायरे में ही मगरमच्छ घूमता रहा. कई बार वह पानी से बाहर निकलकर घूमते देखा गया जिसका फोटो और वीडियो भी लोगों ने बनाया. वहीं लोगों ने शोर मचाया तो मगरमच्छ वापस पानी में चला जाता. अब जब गंगा नदी में आई बाढ़ का पानी रिहायशी इलाकों में प्रवेश कर गया है तो मगरमच्छ को लेकर भी लोगों का भय तेज हो गया है.
गंगा का जलस्तर बढ़ा तो नदी का पानी रिहायशी इलाकों में घुस चुका है. लोग किसी तरह अपने घरों में खुद को सुरक्षित कर रहे हैं. ऐसे कई इलाके हैं जो जलमग्न हो चुके हैं. वहीं अब फिर लोगों के बीच ये भय सता रहा है कि कहीं बाढ़ के पानी में ही मगरमच्छ भी उनके आसपास ना आ जाए. इस भय के साये में बड़ी आबादी है. घनी आबादी वाले इलाके में मगरमच्छ के आने की आशंका बढ़ गयी है.
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बाढ का पानी आने के बाद से अब मगरमच्छ की निगरानी कर रहे वन विभाग के कर्मी भी फिलहाल यहां से चले गये हैं. गंगा नदी का जलस्तर कम होने के बाद फिर से रेस्क्यू शुरू किया जा सकता है.
गौरतलब है कि पिछले दिनों गंगा में घाट के पास ही मगरमच्छ मिलने से हड़कंप रहा. मगरमच्छ अक्सर ही लोगों को यहां दिखता रहा. एक व्यक्ति का मगरमच्छ ने शिकार भी करना चाहा लेकिन वो बाल-बाल बच गया. जख्मी होने के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया था जहां उसका इलाज किया गया.
Published By: Thakur Shaktilochan