वेदर रिक्स मैनेजमेंट के तहत फसल का ड्रोन सर्वे शुरू, बिहार के इन पंचायतों को किया गया शामिल
केंद्र सरकार खेती की उपज से कृषकों की आय दोगुनी के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. इसके लिए कई तरह की योजनाएं चलायी जा रही है. हालांकि प्रचार -प्रसार के अभाव में खेतिहर अभी तक इससे बिल्कुल अनभिज्ञ हैं.
कुटुंबा. केंद्र सरकार खेती की उपज से कृषकों की आय दोगुनी के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. इसके लिए कई तरह की योजनाएं चलायी जा रही है. हालांकि प्रचार -प्रसार के अभाव में खेतिहर अभी तक इससे बिल्कुल अनभिज्ञ हैं.
प्रधानमंत्री फसल सहायता के लिए ड्रोन सर्वे एंड क्रॉप कटिंग का काम है. इस क्षेत्र में वेदर रिक्स मैनेजमेंट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा अधिकृत एमएनसीएफसी कंपनी काम कर रही है. कंपनी के अधिकारी चिह्नित पंचायत की फसल लगे खेतों में पहुंच कर ड्रोन सर्वे व क्रॉप कटिंग कर रहे हैं.
रविवार को नवीनगर प्रखंड के बरियावां पंचायत के जनतुआ, मुंगिया, राजपुर व कुटुंबा के महाराजगंज पंचायत में सर्वे किया गया. विस्तृत जानकारी देते हुए स्टेट को-ऑर्डिनेटर सुधीर कुमार ने बताया कि ड्रोन सर्वे एंड क्रॉप कटिंग सरकार की एक्सपेरीमेंट है.
इसके लिए औरंगाबाद समेत बिहार के छह जिलों का चयन किया गया है. ड्रोन सिस्टम से एक पंचायत के ढाई सौ हेक्टेयर तक का सर्वे किया जाता है. उन्होंने बताया कि एक जिले में फसल लगी खेतों में अधिकतम 20 सर्वे किया जाना है.
इसके साथ ही प्रखंड स्तर पर 16 क्रॉप कटिंग कर उपज का डाटा संग्रहित किया जाना है. इससे फसल की अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त हो जाती है. उन्होंने बताया कि यह एक तरह से सरकार का प्लानिंग सर्वे है.
सर्वे द्वारा प्राप्त रिपोर्ट एमएनसीएफसी के अधिकारी भुवन एप के जरिए डब्लूआरएमएस को अग्रसारित करेंगे. उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा पत्र प्रेषित कर इसकी जानकारी संबंधित जिले के डीएम व डीएओ दी गयी है. मौके पर कंपनी के सुमित सौरभ, युगेश मेहता, अरूणजय कुमार पांडेय व लल्लू सिंह आदि उपस्थित थे.
Posted by Ashish Jha