मौसम में तेजी से बदलाव हो रहा है. इस वजह से धान और दलहन की फसल पर काफी प्रभाव पड़ेगा. तापमान में लगातार इजाफा हो रहा है. इसके बाद किसान परेशान है. किसानों की परेशानी बढ़ती जा रही है. किसानों की परेशानी का अंदाजा अब उनके मुरझाए हुए चेहरों को देखकर ही लगाया जा सकता है. बदलते हुए इस मौसम का प्रभाव सीधा फसलों पर पड़ रहा है. साल 2022 में फरवरी के अंत और मार्च की शुरुआत में मौसम ने इतना कड़ा रुख नहीं अपनाया था. लेकिन इस साल मौसम का मिजाज किसानों को डराने लगा है. दूसरी तरफ मौसम में बदलाव से फसलों पर तो प्रभाव पड़ेगा ही साथ ही महंगाई बढ़ने का अनुमान भी लगाया जा रहा है. आपको बता दें कि सिर्फ धान ही नहीं बल्कि दलहन की फसल के नुकसान का भी अनुमान लगाया जा रहा है.
तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. आशंका जताई जा रही है कि इस साल तापमान में चार से पांच डिग्री की बढ़ोतरी होगी. यह भी कहा जा रहा है कि गर्मी के मौसम में तापमान का रिकार्ड टूट सकता है. अगर गर्मी में इजाफा होता है, तो रबी और बाद में खरीफ फसलों पर असर पड़ेगा. वहीं यह गर्मी अन्य खरीफ फसलों के लिए भी खतरनाक हो सकता है. इससे आम आदमी को महंगाई की मार झेलनी पड़ेगी. आपको बता दें कि आगे सोयाबिन, मूंग, उरद और लोबिया आदि फसलें बर्बाद हो सकती है. इसके बाद इसकी कीमत में बढ़ोतरी होगी. यह फसल अगर बर्बाद होती है, तो लोगों के दाल का कटोरा इस साल खाली रह जाएगा. फिलहाल तो यह देखा जा रहा है कि बढ़ते तापमान ने फरवरी और मार्च में ही सर्दी की विदाई कर दी. वहीं लोग अभी से ही सूरज देवता के रौद्र कूप को देखकर कांप उठे है.
अचानक तापमान में बढ़ोतरी से फसल का नुकसान हो सकता है. ऐसे तापमान में अचानक बढ़ोतरी फसल की सेहत के लिए तो बिल्कुल ठीक नहीं है. मालूम हो कि पहले भी किसानों को मौसम की मार झेलनी पड़ी थी. इस कारण किसानों के फसल भी बर्बाद हो गए थे. किसानों का इतना नुकसान हुआ था कि कई किसानों ने आत्महत्या तक कर ली थी.
Also Read: Agriculture News: किसानों को नहीं मिली किसान सम्मान निधि योजना की राशि! जानें कारण