बोधगया में दलाई लामा की तीन दिवसीय टीचिंग का समापन, कार्यक्रम पर खर्च हुए इतने करोड़ रुपये
बोधगया में तीन दिवसीय कार्यक्रम का समापन करते हुए दलाई लामा ने टीचिंग में शामिल होने आये श्रद्धालुओं को नव वर्ष की शुभकामनाएं दी व कहा कि आप सौभाग्यशाली हैं कि बुद्ध की भूमि में मौजूद हैं और टीचिंग में भाग लिया.
बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा का बोधगया में आयोजित तीन दिवसीय टीचिंग के समापन के बाद सोमवार को कालचक्र मैदान में हजारों श्रद्धालुओं ने उनके दीर्घायु होने के लिए प्रार्थना की. नए साल की शुरुआत के साथ ही विभिन्न देशों से आए उपासकों और दलाई लामा के अनुयायियों ने देर तक मंत्रोच्चार किया और विधि-विधान के साथ दलाई लामा की लंबी उम्र की कामना की. इसके बाद कार्यक्रम का समापन करते हुए दलाई लामा ने प्रवचन में भाग लेने आए श्रद्धालुओं को नव वर्ष की शुभकामनाएं दीं और कहा कि आप भाग्यशाली हैं कि आप बुद्ध की धरती पर उपस्थित हुए और टीचिंग में भाग लिया. अब लोक कल्याण की भावना लेकर अपने-अपने घर को वापस लौटें. दलाई लामा के इस तीन दिवसीय शिक्षण कार्यक्रम पर 3 करोड़ 25 लाख रुपये खर्च किये गए हैं. सोमवार को कार्यक्रम के समापन पर आयोजन समिति की ओर से आय- व्यय का ब्योरा प्रस्तुत कर इस बात की जानकारी दी गई.
इन खर्चों की दी गई जानकारी
आय-व्यय के ब्यौरे में विभिन्न मदों से प्राप्त दान की जानकारी दी गई तथा विभिन्न मदों पर किए गए व्यय का भी उल्लेख किया गया. इसमें चाय, रोटी, टेंट, पंडाल, सीसीटीवी, बिजली, परिवहन, एफएम रेडियो, किताबों की छपाई समेत कई अन्य मदों पर होने वाले खर्च की जानकारी दी गई. इसके साथ ही शिक्षण कार्य से जुड़े लामा, टुल्कू और रिनपोछे को दिए गए दान पर होने वाले खर्च की भी जानकारी दी गई.
महाबोधि मंदिर में रैंप बनाने के लिए 25 लाख का खर्च
इन खर्चों में ध्यान देने योग्य बात यह है कि आयोजन समिति ने दलाई लामा को महाबोधि मंदिर के गर्भगृह तक पहुंचने के लिए बनाया गया रैंप के लिए बीटीएमसी को 25 लाख 88 हजार रुपए व्यय किया है. इसके साथ ही, कालचक्र मैदान के समतलीकरण व अन्य कार्य के लिए चार लाख रुपये भेंट किए गए हैं. कालचक्र मैदान भी बीटीएमसी के अधीन है. आयोजन समिति ने टीचिंग कार्यक्रम को लेकर तैनात पुलिसकर्मियों के भोजन के लिए चार लाख रुपये का व्यय किया है.
कालचक्र मैदान को दुरुस्त कराने के लिए खर्च किये चार लाख
कालचक्र मैदान में श्रद्धालुओं के लिए बनाए गए अस्थायी शौचालय के मद में भी 20 लाख रुपये का वहन किया गया है. एफएम रेडियो के लिए 10 लाख रुपये व चार दिनों तक उपयोग किए गये बिजली के लिए दो लाख रुपये का भुगतान किया गया है. अन्य विभिन्न मदों में भी हुए खर्च का ब्यौरा प्रस्तुत किया गया.
रूस सहित अन्य कई देशों में अल्पसंख्यकों के साथ बनी हुई है समस्या : दलाई लामा
दलाई लामा ने अपनी टीचिंग के आखिरी दिन श्रद्धालुओं से कहा कि उनके प्रति तिब्बत सहित दुनिया के अन्य हिस्से के जो भी लोग प्रेम रखते हैं, उनका आभार प्रकट करता हूं. इस दौरान दलाई लामा ने समस्याओं का उल्लेख करते हुए कहा कि रूस में अल्पसंख्यकों के साथ समस्या बनी हुई है. कई अन्य देशों में भी अल्पसंख्यकों के साथ समस्याएं हैं. हम सभी मिल कर इसे समाप्त करने का प्रयास करें.
हमें चीन के लिए प्रार्थना करनी चाहिए : दलाई लामा
दलाई लामा ने एक-दूसरे को मदद करने की बात करते हुए कहा कि प्राकृतिक आपदाएं भी आती रहती हैं. इसमें काफी जानमाल का नुकसान होता है. उन्होंने कहा कि हम सभी मनुष्य हैं इस लिए एक-दूसरे की मदद करने की भावना होनी चाहिए. दलाई लामा ने कहा कि चीन में कई जगहों पर बारिश व बर्फ के कारण काफी लोगों का नुकसान हुआ है. उनके लिए भी हमें प्रार्थना करनी चाहिए. सभी हमारे समान मनुष्य ही हैं.
मनुष्यों में होनी चाहिए एक दूसरे की मदद करने की भावना : दलाई लामा
अपने समापन कार्यक्रम में दलाई लामा ने मुख्य रूप से सभी श्रद्धालुओं को संदेश दिया कि हम सभी अलग-अलग धर्मों को मानने वाले ही क्यों न हों, पर आपसी एकता के साथ मानवता की रक्षा के लिए सभी को एक साथ रहना चाहिए. एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए व स्वार्थ की भावना को त्यागकर हमेशा दूसरे की हित की बात करनी चाहिए.
श्रद्धालुओं ने की दलाई लामा के लंबे उम्र की कामना
समापन पर श्रद्धालुओं ने दलाई लामा को खादा, बुद्ध की मूर्ति व मंडाला भेंट कर लंबी आयु की कामना की. इस दौरान आयोजन समिति द्वारा आय-व्यय का ब्योरा प्रस्तुत किया गया. बताया गया कि विभिन्न मदों में तीन करोड़ 25 लाख रुपये खर्च हुए हैं.
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