CWG 2022: बर्मिंघम में बिहार के चंदन कुमार सिंह ने लॉन बाउल्स में जीता सिल्वर, मुंगेर में मना जश्न
बिहार के मुंगेर के रहने वाले चंदन कुमार सिंह ने भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के 9वें दिन सिल्वर मैडेल दिलाया है. इस खबर से चंदन के परिवार में खुशी की लहर दौड़ गयी है. उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है.
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 ( commonwealth Games 2022) में बिहार के चंदन कुमार सिंह ने भारत को सिल्वर मेडल दिलाया है. उन्होंने भारत को लॉन बाउल्स में भारत को पदक दिलाया है. चंदन मूल रूप से बिहार के मुंगेर जिले के रहने वाले हैं. लॉन बाउल्स में सिल्वर मेडल मिलते ही उनके घर-परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई. बधाई देने वालों का तांता लग गया. चंदन कुमार सिंह शारीरिक शिक्षक के रूप में मध्य विद्यालय, समदना हथिया में कार्यरत हैं. उन्होंने मैन ट्रीपल (MEN TRIPLE) और मैन फोर (MEN FOUR) में हिस्सा लिया है.
एशियन गेम्स में जीता था गोल्ड और सिल्वर
भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर दिलाने वाले चंदन का जन्म 5 जून 1985 को हुआ था. इससे पहले भी उन्होंने एशियन चैंपियनशिप 2017 में गोल्ड और सिल्वर मेडल जीता था. इसके साथ ही, शियन चैंपियनशिप 2016 में गोल्ड और 2014 में सिल्वर मेडल भारत की झोली में डाला था. चंदन ने अभी तक चार बार कॉमनवेल्थ गेम में हिस्सा ले चुके हैं. इसमें स्कॉटलैंड, ओल्डकॉस्ट, दिल्ली और बर्मिंघम शामिल है.
चंदन के दादा जी थे स्वतंत्रता सेनानी
मुंगेर के संग्रामपुर के सुपौर जमुआ के रहने वाले चंदन कुमार के पिता कृष्ण मोहन सिंह सेवानिवृत पुलिस अधिकारी हैं. वहीं चंदन के भाई सेना में हैं. चंदन के दादा जी ने देश के आजादी की लड़ाई लड़ी थी. उनके दादा स्व.अर्जुन प्रसाद सिंह ने 15फरवरी 1932 को तारापुर थाना पर तिरंगा फहराने के लिए गठित धावादल के सदस्य थे. चंदन के घर वाले बताते हैं कि उन्हें बचपन से खेल में काफी रूचि थी. पढ़ाई के दौरान कालेज कबड्डी टीम के सदस्य थे. धीरे-धीरे चंदन का झुकाव लॉन बॉल की तरफ हो गया. उन्होंने वर्ष 2008 में रांची में आयोजित राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में झारखंड टीम की ओर से भाग लिया. जहां उनकी टीम ने कांस्य पदक जीता.