Cyber Crime: बिहार में साइबर अपराध के कई मामले सामने आ रहे है. बताया जा रहा है कि हर महीने बैंक खातों से पांच करोड़ की ठगी कर रहे है. यहां साइबर अपराधी ठगी का अलग- अलग तरीका अपनाकर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. नौकरी देने के बहाने से लेकर अलग- अलग लिंक पर क्लिक करने का दवाब बनाकर लोगों से ठगी हो रही है. इसके साथ ही ठग अन्य तरीके भी अपना रहे हैं. पटना के कदमकुआं थाने के जन किशोर रोड में रहने वाले प्रमेंद्र प्रसाद को ठगों ने झांसे में लेकर क्रेडिट कार्ड नंबर व ओटीपी पूछ लिया और खाते से 2.74 लाख रुपये निकाल लिये. इस संबंध में प्रमेंद्र कुमार ने कदमकुआं थाने में मामला दर्ज करा दिया है. वहीं, पुलिस अब अपराधियों की तलाश में जुटी है.
पटना में साइबर शातिरों ने एनी डेस्क डाउनलोड करवाकर दरभंगा के रहने वाले कृष्ण मुरारी के खाते से 67 हजार रुपये की निकासी कर ली है. इस संबंध में पीड़ित ने साइबर सेल में प्राथमिकी दर्ज करवायी है. कृष्ण मुरारी दरभंगा के लहेरियासराय थाने के करमगंज के रहने वाले हैं. उन्होंने बताया कि 20 सितंबर को उनके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आया था. कॉल करने वाले शख्स ने कहा कि आपको पता वेरिफिकेशन कराने के लिए पांच रुपये जमा करने होंगे. पांच रुपये जमा करने के बाद शातिरों ने एनी डेस्क एप मोबाइल में डाउनलोड करवा दिया, जिसके बाद शातिर वाट्सएप कॉल पर बात करने लगे. इसी दौरान उनके खाते से 44500 रुपये की निकासी कर ली. मैसेज आने के बाद जब उन्होंने फोन करने वाले शख्स से पूछा, तो उसने कहा कि गलती से कट गया है, 24 घंटे में वापस आ जायेगा. अगले दिन शातिरों ने फिर से कॉल किया और कहा कि मेरी नौकरी चली जायेगी. आप एनी डेस्क डाउनलोड कर लीजिए. पैसा लौट जायेगा. फिर से एप डाउनलोड करवा कर उनके खाते से 22500 रुपये की निकासी कर ली. बता दें कि एप के माध्यम से पहले भी ठगी की गई है. साइबर ठग लगातार ठगी का अलग- अलग तरीका अपना रहे हैं.
Also Read: बिहार के दो शहर देश के टॉप तीन प्रदूषित शहरों में शामिल, पिछले साल के मुकाबले बिगड़ी हवा, देखें लिस्ट..
पटना के राजीव नगर रोड नंबर 25 में रहने वाले फजले रब का कार्ड एटीएम में फंसा कर बदमाशों ने 60 हजार की निकासी कर ली है. उन्होंने इस मामले में राजीव नगर थाने में मामला दर्ज करा दिया है. वे दीघा-आशियाना रोड में एचडीएफसी के एक एटीएम में पैसा निकालने गये थे. इस दौरान उन्होंने पैसे निकाल लिये, लेकिन कार्ड नहीं निकला. इसके बाद उन्होंने एटीएम के अंदर लिखे गार्ड के नंबर पर बात की, तो उसने बाद में निकालने का आश्वासन दे दिया. इसके बाद फजले रब वहां से निकल गये और इतनी ही देर में उनके खाते से 60 हजार रुपये की निकासी कर ली गयी.
एयरपोर्ट थाने के धनौत के रहने वाले प्रखर को पार्ट टाइम जॉब करने का झांसा दिया और टेलीग्राम ग्रुप से जोड़ कर पैसे निवेश कराये गये. इसके बाद 1.47 लाख रुपये की ठगी कर ली. इसी प्रकार, सदाकत आश्रम कुर्जी निवासी अयान बख्शी से साइबर बदमाशों ने पार्ट टाइम जॉब का ऑफर दिया और 50 हजार रुपये की ठगी कर ली.
इधर, मुजफ्फरपुर में खाता हैक कर रुपये फ्रॉड करने के मामले में मुंबई पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार युवक ओपी थाना क्षेत्र के बरवा शर्मा टोला का योगेश शर्मा बताया जा रहा है. मुंबई साइबर पुलिस व ओपी थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की है. ओपी थानाध्यक्ष अमित कुमार सिंह ने बताया कि मुंबई साइबर थाने की पुलिस खाता हैक कर पांच लाख रुपये फ्रॉड करने के आरोपी को बुधवार की अहले सुबह गिरफ्तार किया है. वहीं गिरोह में शामिल सदस्यों को चिह्नित किया गया है. मुंबई साइबर पुलिस ने गिरफ्तार योगेश को अपने साथ ले गयी. पुलिस ने योगेश के पास से कई दस्तावेज भी बरामद किये हैं. बता दें कि राज्य में साइबर अपराध से जुड़े कई मामले लगातार सामने आ रहे है. इनके खिलाफ पुलिस की कार्रवाई भी लगातार जारी है.