पटना. साइबर बदमाशों ने बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी की फर्जी वेबसाइट बना दी है. अभी यूनिवर्सिटी की अपनी वेबसाइट भी नहीं बनी है. यूनिवर्सिटी की ओर से साइबर एक्सपर्ट दीपक कुमार को वेबसाइट को बंद करने के लिए पत्राचार किया गया है. इसके बाद दीपक कुमार ने डोमेन बेचने वाली कंपनी को वेबसाइट बंद करने के लिए कह दिया है.
साइबर अपराधियों ने बनाई बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी की फर्जी वेबसाइट
दीपक कुमार ने बताया कि साइबर बदमाशों ने बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी की फर्जी वेबसाइट बना दी है. यूनिवर्सिटी की खुद की वेबसाइट अगले माह जारी होने वाली है. साइबर बदमाशों ने कुछ दिन पहले राजगीर जू सफारी की भी फर्जी वेबसाइट बना दी थी.
मार्च से बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी ने काम करना शुरू कर दिया है
बता दें बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी ने काम करना शुरू कर दिया है. नये यूनिवर्सिटी को आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी (एकेयू) अपनी तरफ से डाटा शेयर कर रहा है. एकेयू कोर्ट मीटिंग में राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों को बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी में शामिल करने का भी प्रस्ताव पारित किया गया है. मार्च से राज्य के सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी के अधिन हो चुके हैं. अब सभी तरह की परीक्षाओं का आयोजन इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी ही करेगा.
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यूनिवर्सिटी का संचालन आर्यभट्ट ज्ञान विवि से ही होगा
नये सत्र में इंजीनियरिंग में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स का रजिस्ट्रेशन भी इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी ही करेगा. इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो एसके वर्मा ने कहा है कि धीरे-धीरे यूनिवर्सिटी ने वर्क करना शुरू कर दिया है. पूर्ण डेटा मिलने के बाद सभी प्रक्रिया शुरू की जायेगी. यूनिवर्सिटी का संचालन आर्यभट्ट ज्ञान विवि से ही होगा. ऑफिस बन कर तैयार हो गया है. एकेयू कैंपस के छठे तल्ले से इसका संचालन होगा. स्थायी कैंपस बनने तक इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी का संचालन यहीं से होगा.