साइबर बदमाश लगातार लोगों को बेवकूफ या प्रलोभन देकर खाते से निकासी कर रहे हैं. पटना के कई लोगों को साइबर अपराधियों द्वारा शिकार बनाया जा रहा है. अकेले पत्रकार नगर थाना इलाके में ही साइबर बदमाशों ने करीब आधा दर्जन लोगों के खाते से रकम की निकासी कर ली. उन लोगों ने थाने में अज्ञात के खिलाफ में मामला दर्ज करा दिया है.
एनी डेस्क एप डाउनलोड करा खाते से निकाले 20 हजार
पत्रकार नगर थाने की सचिवालय कॉलोनी इलाके की रहने वाली विमला सिंह के खाते से साइबर बदमाशों ने 20 हजार की निकासी कर ली. विमला सिंह ने एक कंपनी का नंबर कुछ समस्या के समाधान के लिए गूगल से निकाल कर फोन किया, तो साइबर बदमाशों ने उन्हें एनी डेस्क एप डाउनलोड करा दिया और उसके बाद खाते से छह बार में करीब 20 हजार रुपये की निकासी कर ली.
डॉक्टर का नंबर लगाने के नाम पर झांसा देकर 44 हजार की निकासी
कंकड़बाग के बैंकमेंस कॉलोनी निवासी अभिलाषा कुमारी को डॉ मारुत नंदन कुमार से दिखाना था. उन्होंने गूगल से उनका नंबर निकला और कॉल कर दिया. लेकिन किसी ने रिसीव नहीं किया. हालांकि कुछ देर बाद दो नंबरों से कॉल आया और बताया कि आपके वाट्सएप पर लिंक जायेगा, उसमें सारी जानकारी भर कर दस रुपये भेजने होंगे. अभिलाषा ने वैसा ही किया और उनके दो खाते से 44 हजार की निकासी कर ली.
क्रेडिट कार्ड से 20 हजार की निकासी
कंकड़बाग के तिलक नगर निवासी रजनी प्रभा के क्रेडिट कार्ड से साइबर बदमाशों ने 20 हजार की निकासी कर ली. बदमाशों ने चार बार में उनके खाते से निकासी कर ली है. इस संबंध में उन्होंने बैंक के साथ ही पत्रकार नगर थाने में लिखित शिकायत की है.
कंपनी में निवेश कर लाभ कमाने का झांसा देकर 25 हजार की ठगी
कंपनी में निवेश कर लाभ कमाने का झांसा देकर साइबर बदमाशों ने कंकड़बाग संजय गांधी नगर निवासी रिचा सिंह से 25 हजार की ठगी कर ली. उन लोगों ने पहले पांच हजार का निवेश कराया और फिर यह बताया गया कि अलग-अलग बात बता कर 20 हजार रुपया और अपने खाते में जमा करा लिया.
नौकरी दिलाने के नाम पर 66 हजार 500 की ठगी
पत्रकार नगर थाने के हनुमान नगर निवासी करिश्मा कुमारी से नौकरी के नाम 66 हजार 500 रुपये की ठगी कर ली. उसने अभि सिन्हा नाम के एक व्यक्ति को आरोपित बनाते हुए पत्रकार नगर थाने में मामला दर्ज करा दिया है.
सीआइएसएफ ऑफिसर बन कर साइबर बदमाशों ने कर ली 70 हजार की ठगी
साइबर बदमाशों ने सीआइएसएफ ऑफिसर बन कर हनुमान नगर निवासी चंदन कुमार से 70 हजार रुपये की ठगी कर ली. चंदन ने अपना फ्लैट किराये पर देने के लिए मैजिक ब्रिक डॉट कॉम पर डाला था. इसी बीच साइबर बदमाशों ने सीआइएसएफ अधिकारी बन कर फोन किया और फ्लैट लेने को कहा और एडवांस में 30 हजार भेजने का वादा किया. इसके बाद उसने चंदन को कुछ तकनीकी गड़बड़ी होने की जानकारी देते हुए पैसे को उनके खाते में डालने को कहा. कुछ-कुछ बता कर उसने चंदन से करीब 70 हजार रुपये अपने खाते में डलवा लिये. इसी प्रकार, सोनू पटेल के खाते से बदमाशों ने 14 हजार रुपया निकाल लिया.
ऑनलाइट साइट पर पैसा वापसी को लेकर किया कॉल और खाते से 25 हजार की निकासी
पटना के पटेल नगर निवासी रूबी कुमारी ने अपने पैसे वापसी को लेकर एक ऑनलाइन साइट को कॉल किया और खाते से 25 हजार की निकासी हो गयी. रूबी कुमारी ने मिंत्रा ऑनलाइन साइट से एक सामान खरीदा था. लेकिन सामान पसंद नहीं आने के कारण वापस कर दिया. लेकिन रकम वापस नहीं आया. इसके लिए उन्होंने गुगल की मदद से नंबर निकाल कर कॉल किया तो किसी ने रिसीव नहीं किया. इसी बीच उन्हें किसी ने कॉल किया और मोबाइल फोन हैक कर खाते से 25 हजार की निकासी कर ली. इस संबंध में रूबी कुमारी ने सात अगस्त को शास्त्री नगर थाने में मामला दर्ज करा दिया है.
साइबर बदमाशों ने बिजली कर्मी बन कर खाते से कर ली 1.39 लाख की निकासी
साइबर बदमाशों ने कुनकुन सिंह लेन निवासी अनुप कुमार के खाते से 1.39 लाख रुपये की निकासी कर ली. उन्हें बिजली कर्मी बन कर किसी ने कॉल किया और बैलेंस अपडेट करने के लिए एक लिंक भेजा. साथ ही उसी माध्यम से दस रुपया भेजने को कहा. इस पर अनुप कुमार ने दस रुपया भेज दिया और दो बार में उनके खाते से 1.39 लाख रुपये की निकासी हो गयी. इस संबंध में अनुप कुमार ने पीरबहोर थाने में मामला दर्ज करा दिया है.
ऐसे रहें साइबर अपराधियों से सावधान
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किसी भी तरह के ऑफर और लालच में न फंसें
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अनजान व्यक्ति के बहकावे में ना आएं
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अच्छी तरह जांच करने के बाद ही अपनी बैंक अकाउंट की डिटेल शेयर करें
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फेसबुक, ट्विटर आइडी का पासवर्ड स्ट्रांग रखें
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किसी वेरिफाइड वेबसाइट पर ही बैंक डिटेल सबमिट करें
साइबर ठगी के शिकार होने पर क्या करें
साइबर ठगी के शिकार होने पर तत्काल साइबर हेल्प लाइन नंबर 1930 पर काल करें. इसके साथ ही साइबर क्राइम पोर्टल cybercrime.gov.in पर भी अपनी शिकायत दर्ज कराएं. यहां पर दर्ज होने वाली शिकायतों की रियल टाइम ट्रैकिंग होती है. अगर शिकायत समय पर मिले तो संदिग्ध खाते में गयी रकम को होल्ड कराया जा सकता है.