Listicle story: बिहार में इन दिनों साइबर ठगों का आतंक है. आए दिन ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जिसमें लोगों को झांसे में रखकर उनसे ठगी की जा रही है.पटना में ये मामले अधिक सामने आए हैं. शातिरों ने कभी सेक्सटॉर्शन का शिकार बनाकर ठगी की तो कभी बैंक मैनेजर बनकर. जॉब की तलाश करने वाले भी इनके रडार पर रहते हैं. हाल की कुछ घटनाओं को जानिए, कैसे लोगों को चूना लगाने में ये शातिर सफल हुए..
पटना के शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र के रहने वाले एक दिव्यांग शख्स को साइबर शातिरों ने पहले सेक्सटॉर्शन का शिकार बनाया. इसके बाद फर्जी सीबीआइ अधिकारी बन ब्लैक मेल कर 51 हजार रुपये की ठगी कर ली. इस संबंध में पीड़ित शख्स ने शास्त्रीनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करवायी है. मिली जानकारी के अनुसार दिव्यांग व्यक्ति को एक लड़की लगातार कॉल कर रही थी. वह न बोल सकते हैं और न ही सुन सकते हैं. इसलिए लगातार फोन काट रहे थे. इसके बाद उसने वीडियो कॉल करने की सोची. वीडियो कॉल करते ही सामने न्यूड लड़की की तस्वीर आ गयी, जिसके बाद उसने फोन काट दिया. अगले दिन एक फर्जी सीबीआइ अधिकारी का कॉल आया, जिसे दिव्यांग व्यक्ति की पत्नी ने उठाया. फोन करने वाले शख्स ने कहा कि आपके पति का एक अंजान लड़की के साथ न्यूड कॉल बात हुई है, जिसका वीडियो है. अगर इसे अपलोड होने से रोकना है तो पैसा देना होगा. यह सुन पत्नी ने कहा कि कितना पैसा देना है. शातिर ने एक यू-ट्यूबर का नंबर दिया. इसके बाद पत्नी ने तीन बार में 51 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिया. पैसा मिलने के बाद साइबर फ्रॉड ने अपना मोबाइल ऑफ कर दिया.
साइबर शातिरों ने महिला प्रोफेसर डॉ आशा सिंह के खाते से 10.84 लाख रुपये निकाल लिये़ इस संबंध में प्रोफेसर ने साइबर थाने में मामला दर्ज करवाया है. शातिरों ने आइसीआइसीआइ बैंक का मैनेजर बनकर घटना को अंजाम दिया है. लिखित आवेदन में प्रोफेसर ने बताया कि 21 जुलाई को एक अज्ञात नंबर से फोन आया था. फोन करने वाले ने अपना नाम राहुल कुमार को बताया. कहा कि मैं आइसीआइसीआइ बैंक का मैनेजर बोल रहा हूं. आपका खाता पैन कार्ड से अपडेट नहीं है. अगर अपडेट नहीं कराया तो अकाउंट बंद कर दिया जायेगा. आशा से शातिर ने पैन नंबर और डेबिट कार्ड के पीछे का तीन अंकों वाला सीवीवी नंबर ले लिया. साथ ही उनके मोबाइल में एनीडेस्क एप भी इंस्टॉल करवा दिया. शातिर ने इसके बाद डाॅ आशा के आइसीआइसीआइ बैंक अकाउंट से 2.50 लाख रुपये निकालने का प्रयास किया, लेकिन किसी कारणवश प्रयास असफल हो गया. इसके बाद अगले दिन 22 जुलाई को दुबारा उसी व्यक्ति ने उन्हें फोन किया और कहा- मैम आपका अकाउंट आधार से लिंक नहीं हो पाया है. कुछ जरूरी जानकारी छूट गयी है. इसके बाद एनीडेस्क एप के माध्यम से शातिर ने उनका मोबाइल हैक कर लिया और इस बार उनके इंडियन बैंक के खाते से 10 लाख 84 हजार 500 रुपये की निकासी कर ली.
पटना के कंकड़बाग की युवती महिमा कुमारी से कॉल सेंटर में जॉब दिलाने के नाम पर साइबर शातिरों ने 2.3 लाख रुपये की निकासी कर ली. इस संबंध में युवती ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज करवायी है. युवती ने पुलिस को बताया कि वह कंकड़बाग में रहकर पढ़ाई करती है. पार्ट टाइम जॉब के लिए उसने एक जगह इस्तेहार चिपका हुआ देखा था. उसी के नंबर पर कॉल किया. कॉल करने के बाद शख्स ने महिमा से कहा कि आपको दो हजार रुपये का रजिस्ट्रेशन करना पड़ेगा. युवती ने शख्स द्वारा दिये गये क्यूआर कोड पर दो हजार रुपये का रजिस्ट्रेशन कर दिया. इसके बाद फॉर्म भरने के लिए शख्स ने युवती को एक लिंक भेजा. लिंक पर क्लिक करते ही उसके खाते से 2.3 लाख रुपये निकाल लिये. महिमा ने बताया कि पिता के साथ मेरा ज्वाइंट खाता था. दोनों के खातों से पैसे की निकासी हुई है.
साइबर बदमाशों ने पटना के पुनाईचक पोस्ट ऑफिस निवासी प्रभात कुमार झा को जॉब देने का झांसा दिया और उनके खाते से 1.55 लाख की निकासी कर ली. उन्हें वाट्सएप के माध्यम से जॉब का ऑफर दिया गया और नॉमिनी एप डाउनलोड करने को कहा. प्रभात ने उस एप को डाउनलोड कर लिया और फिर उनके खाते से कई बार में 1.55 लाख रुपये की निकासी हो गयी. उन्होंने शास्त्रीनगर थाने में अज्ञात साइबर बदमाशों के खिलाफ में शिकायत दर्ज करा दी है.
साइबर बदमाशों ने पटना के एजी कॉलोनी रोड निवासी कुमार उदय शंकर श्रीवास्तव को उनका फ्लैट किराये पर लेने का झांसा दिया और खाते से 98 हजार रुपये की निकासी कर ली. उदय शंकर ने शास्त्रीनगर थाने में मामला दर्ज करा दिया है. उन्होंने अपने फ्लैट को किराये पर देने के लिए विज्ञापन दिया था. इसके बाद हरियाणा से किसी मंजीत कुमार नाम के व्यक्ति ने बात की. इसके बाद अपने बॉस अमन राठौर नाम के व्यक्ति से भी बात करायी. किराया तय होने के बाद उन लाेगों ने अग्रिम भुगतान करने के लिए कुछ प्रक्रिया करने को कहा. उदय शंकर श्रीवास्तव ने वैसा ही किया और उनके खाते से दो बार में 98 हजार रुपये की निकासी हो गयी.