Cyber Fraud: ऑनलाइन गेम्स से ठगी के शिकार बच्चे ही नहीं, बुजुर्ग भी हो रहे, 13 सेकेंड में हो जाएगा खाता साफ

Cyber Fraud: कोरोना काल के बाद से ऑनलाइन गेम की लत छोटे बच्चों से लेकर बड़ों को भी जकड़ रहा है. आलम यह है कि पढ़ाई और काम के साथ ऑनलाइन में लोग मनोरंजन का साधन ढूंढ़ने लगे और इसका सबसे आसान तरीका ऑनलाइन गेम्स है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 3, 2023 8:50 AM

Cyber Fraud: कोरोना काल के बाद से ऑनलाइन गेम की लत छोटे बच्चों से लेकर बड़ों को भी जकड़ रहा है. आलम यह है कि पढ़ाई और काम के साथ ऑनलाइन में लोग मनोरंजन का साधन ढूंढ़ने लगे और इसका सबसे आसान तरीका ऑनलाइन गेम्स है. साइबर ठग ने फिर ऐसे लोगों को शिकार बनाना शुरू किया. पहले यह गेम्स में लोगों को जीत का लालच देते हैं. इसमें पैसे डबल करते हैं. लोग इसी लालच में गेम को 10, 20 रुपये से खेलना शुरू करते हैं. जब वह गेम को हजार रुपये में पहुंचते हैं, तो उन्हें हजार का दो हजार, पांच हजार का दस हजार रुपये का लालच देते और पैसे भी जीतने पर देते हैं. इसके बाद मोटी रकम लगाने का लालच देते हैं, इसके बाद उनके खाते से एक बार में हजारों व लाख दो लाख और इससे अधिक रुपये की चपत लगा देते हैं.

कई लोग नहीं करते शिकायत

एंड्रॉयड मोबाइल एप पर ऐसे गेम्स के सैकड़ों एप है. शहर में सैकड़ों ऐसे लोग है जो गेम में हजारों से लाख रुपये तक के ठगी के शिकार हो चुके हैं. लेकिन लाज शर्म और मां-बाप से डांट सुनने के डर से इसकी शिकायत वह पुलिस में नहीं कराते हैं. साइबर ठग जो भी चर्चित गेम्स होते हैं उससे मिलता जुलता एप बनाकर उसका लिंक लोगों को भेजकर इसे डाउनलोड कराते हैं. इसके बाद उन्हें जब इसकी लत लग जाती है, तो ठगी का शिकार बनाते हैं. ऑनलाइन गेम्स से लोग सावधान रहे, जब बात पैसों की आये तो उस गेम से दूर हो जाये. मनोरंजन तो ठीक है, लेकिन पैसे की बात आती है तो जुआ हो जाता है.

व्यवसायी के पुत्र व पत्नी ने गंवाये 2.43 लाख रुपये

एक व्यवसायी के पुत्र व उनकी पत्नी को इस गेम की लत बहुत भारी पड़ी दोनों को मिलाकर करीब 2.43 लाख रुपये की चपत इन्हें लगी. दोनों को गेम की लत लगी थी. दोनों खाली समय में घंटों गेम खेलते थे. बेटा गेम में जीते हुए पैसे से रेस्टोरेंट जाना, सिनेमा देखने का खर्च निकालता था. इसी लत में वह इतना आगे निकल गया कि उसे अच्छा खासा चूना लगा. जब इन पहले बेटे को ठग ने करीब 1.18 लाख रुपये ठगे. इसके बाद उसके चेहरे पर मायूसी छा गयी. डर के मारे में उसने यह बात न अपनी मां को बतायी और न ही पिता को बतायी. इसके बाद बेटे ने मां को गेम खेलते हुए देखा और वह गेम में जीत रही थी. तो बेटे ने अपने नुकसान की भरपायी मां के गेम से करने की कोशिश की. इसी में मां को भी करीब सवा लाख रुपये का चुना लगा. ये सभी पैसे ठगों ने ऑनलाइन मार्केटिंग की.

महिला को बेचनी पड़ी ज्वेलरी

मामला तब खुला जब इस रकम की भरपायी करने के लिए महिला ने मजबूरन अपनी ज्वैलरी दुकान में बेचने गयी. जहां किसी परिचित ने महिला को देखा और इसकी सूचना उसके पति को दी. उसने फौरन बेटे व पत्नी को घर बुलाया डांट लगायी. इसके बाद दोनों ने पूरी कहानी बतायी. वह व्यवसायी जानता था कि पैसा तो वापस आने वाला नहीं है, इसलिए उसने एफआइआर नहीं करायी.

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