पटना के बुद्धा कालोनी थाने की पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये साइबर जालसाज के पास 15 से अधिक खाता है. इन तमाम खातों में डेढ़ करोड़ से अधिक रुपयों का ट्रांजेक्शन हुआ है. इसके साथ ही उन खातों में एक करोड़ से अधिक रुपये जमा हैं. इन खातों को फिलहाल पुलिस फ्रीज करा चुकी है. इन खातों में जमा पैसे कैसे आये और फिर किनके खाते में गये, इससे संबंधित जानकारी पुलिस ने बैंक प्रशासन से मांगी है. इधर, शुक्रवार को कविरंजन को पुलिस ने जेल भेज दिया.
सूत्रों का कहना है कि इसे पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. क्योंकि इसके गिरोह के कई अन्य सदस्य फिलहाल फरार हैं. बता दें कि कविरंजन बुद्धा कॉलोनी इलाके में मोबाइल एडीशन साइबर कैफे में काम करता था और लोगों को जीरो बैलेंस पर खाता खोलने की जानकारी देकर सारे कागजात ले लेता था. इसके बाद खाता खोल कर उसमें जालसाजी के पैसों को ट्रांसफर करता था और गिरोह के सदस्यों को वितरित कर देता था.
कविरंजन की गिरफ्तारी के बाद गिरोह के सरगना के रूप में राजन नाम के युवक का नाम सामने आया है. इसने फर्जी तरीके से खाता खोल कर उन्हें राजन के हवाले कर दिया था. कविरंजन व राजन दोनों उन खातों में पैसे मंगवाते थे और फिर निकाल लेते थे. इसके साथ ही पुलिस को इस गैंग से जुड़े मोतिहारी के कुछ युवकों की भी तलाश है.
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इन युवकों को पटना के साथ ही राजस्थान व यूपी की पुलिस भी तलाश रही है. सरगना राजन के साथ शिवकुमार व सिराज मोतिहारी के रहने वाले हैं. पटना पुलिस की एक टीम जांच करने के लिए मोतिहारी भी जा सकती है.