TMBU में साइबर सिक्योरिटी एंड डिजिटल फॉरेंसिक की पढ़ाई शुरू होगी, कोर्स पूरा होते ही मिलेगी नौकरी
Bhagalpur news: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में साइबर सिक्योरिटी एंड डिजिटल फॉरेंसिक की पढ़ाई शुरू होगी. सबकुछ ठीक रहा, तो नये साल से विवि में कोर्स शुरूआत हो सकती है.
भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में साइबर सिक्योरिटी एंड डिजिटल फॉरेंसिक की पढ़ाई शुरू होगी. सबकुछ ठीक रहा, तो नये साल से विवि में कोर्स शुरूआत हो सकती है. दो साल के कोर्स के तहत चार सेमेस्टर की पढ़ाई होगी. दरअसल, विवि में विभिन्न डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने के लिए मंगलवार को प्रोवीसी प्रो रमेश कुमार की अध्यक्षता में समीक्षात्मक बैठक हुई़.
इसमें पीजी विभाग व कॉलेजों स्तर पर डिप्लोमा व सर्टिफिकेट शुरू करने के लिए प्रस्ताव रखा गया. छात्रों के हित को देखते हुए कई कोर्स शुरू करने पर कमेटी ने मंजूरी प्रदान कर दी. कुछ विभागों ने डिप्लोमा व सर्टिफिकेट शुरू करने के लिए रेगुलेशन, सिलेबस व ऑडिनेंस प्रोवीसी को उपलब्ध कराया. कुछ ने सिलेबस कमेटी के समक्ष प्रस्तुत किया. प्रोवीसी प्रो रमेश कुमार ने कहा कि कुछ विभागों से रेगुलेशन, सिलेबस व ऑडिनेंस जल्द जमा करने के लिए कहा गया है. ताकि आगामी होने वाले एकेडमिक काउंसिल की बैठक में प्रस्ताव को रखा जाये. कांउसिल से उन प्रस्ताव को मंजूरी मिल सकें. बैठक में डीएसडब्ल्यू प्रो योगेंद्र, डीन प्रो उदय कुमार मिश्रा, सीसीडीसी डॉ अतुलचंद्र घोष सहित सभी विभाग के विभागाध्यक्ष आदि मौजूद थे.
एआइइसीटी से मान्यता मिलने पर शुरू होगी पढ़ाई
एमसीए विभाग के निदेशक प्रो विजेंद्र कुमार ने कहा कि एमएससी साइबर सिक्योरिटी एंड डिजिटल फॉरेंसिक कोर्स की पढ़ाई शुरू करने के लिए रेगुलेशन, सिलेबस व ऑडिनेंस तैयार है. कमेटी की बैठक में दस्तावेज को रखा गया है. एमसीए के तर्ज पर एआइइसीटी से मान्यता लेने होंगे. विवि से मंजूरी के बाद इस दिशा में आगे की बची प्रक्रिया को तेज की जायेगी.
60 सीट पर लिया जायेगा नामांकन
साइबर सिक्योरिटी एंड डिजिटल फॉरेंसिक कोर्स के लिए 60 सीट तय किया गया है. दो साल के कोर्स में छात्रों से प्रति सेमेस्टर 15 हजार लिये जायेंगे. सेल्फ फाइनांस के तहत कोर्स की पढ़ाई होगी. प्रो विजेंद्र कुमार ने बताया कि स्नातक पास कर चुके छात्रों को इसका लाभ मिलेगा.
साइबर सिक्योरिटी से डेटा को रखा जाता है सुरक्षित
प्रो कुमार ने बताया कि साइबर सिक्योरिटी के माध्यम से डेटा चोरी होने, डेटा डिलीट होने या आपके किसी भी डिवाइस को नुकसान होने से बचाते हैं, साइबर सिक्योरिटी का मुख्य काम होता है सिस्टम डेटा को सुरक्षित रखना है. इसमें छात्रों को अलग-अलग कोर्सेज के माध्यम से साइबर क्राइम को रोकने व सिक्योरिटी के लिए आवश्यक स्किल्स व नॉलेज भी बढ़ते हैं.
विवि में डिप्लोमा, सर्टिफिकेट व कोर्स की भी पढ़ाई होगी शुरू
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पीजी भूगोल विभाग में फॉर डिप्लोमा इन रिमोर्ट सेनसिंग एंड जीआइएस कोर्स
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विवि स्तर पर बैचलर ऑफ फिजोयोथरेपी
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मारवाड़ी कॉलेज में सर्टिफिकेट कोर्स ऑन जीएसटी
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पीजी सांख्यिकी विभाग में डिप्लोमा इन डाटा साइंस
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लॉ कॉलेज में सर्टिफिकेट कोर्स ऑन साइबर लॉ
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पीजी होम साइंस में सर्टिफिकेट कोर्स ऑन हीयूमन राइट्स
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टीएनबी कॉलेज में सर्टिफिकेट कोर्स इन प्रोफिइंसी इन पर्शियन लैग्वेंज
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टीएनबी कॉलेज में सेल्फ फाइनांस के बी-काॅम व बीबीए कोर्स
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पीजी स्तर पर पत्रकारिता कोर्स की पढ़ाई
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टीएनबी कॉलेज में बी-लिस में पढ़ाई
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टीएनबी कॉलेज में एडवांस डिप्लोमा इन पारा मैडिकल कोर्स
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पीजी होम साइंस विभाग में न्यूटरीशन एंड डाइटिक्स
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टीएनबी कॉलेज व एमएमएम कॉलेज नवगछिया में डिप्लोमा इन कंप्यूटर एपलिकेशन की पढ़ाई
स्नातक में चार विषयों की पढ़ाई शुरू करने की मांग
स्नातक स्तर पर आंबेडकर, अंगिका, गांधी विचार व एंथ्रोपोलॉजी विषय की पढ़ाई शुरू करने के लिए विभागाध्यक्षों ने कमेटी के समक्ष प्रस्ताव रखा है. प्रोवीसी प्रो रमेश कुमार ने उन विभागों से सिलेबस, रेगुलेशन व ऑडिनेंस उपलब्ध कराने के लिए कहा है. ताकि आगे की प्रक्रिया की जा सकें.
2019 में शुरू हुए सर्टिफिकेट कोर्स हो चुके हैं बंद
विवि सूत्र बताते हैं कि वर्ष 2019 में विवि में करीब दो दर्जन सर्टिफिकेट कोर्स कॉलेज व पीजी स्तर पर शुरू किये गये थे. अब बंद हो चुके हैं. विवि के पूर्व प्रभारी कुलपति प्रो एलसी साहा के कार्यकाल में शुरू किया गया था. एक साल चलने के बाद सर्टिफिकेट कोर्स बंद पड़ा है. ऐसे में अब विवि प्रशासन फिर से नये डिप्लोमा, सर्टिफिकेट व कोर्स की पढ़ाई शुरू करने की तैयारी कर रहा है.
कुछ ने सिलेबस, रेगुलेशन व आडिनेंस उपलब्ध कराया – प्रोवीसी
विवि के प्रोवीसी प्रो रमेश कुमार ने कहा कि बैठक में कुछ विभाग के हेड ने कोर्स शुरू करने के लिए सिलेबस, रेगुलेशन व आडिनेंस उपलब्ध कराया. बाकी विभागाध्यक्षों से कोर्स संबंधित सिलेबस, रेगुलेशन व आडिनेंस मांगा गया है. सारा कुछ आने के बाद विवि से आगे की प्रक्रिया जायेगी.