बिहार के सरकारी कर्मचारियों को राज्य सरकार दिवाली से पहले बड़ा गिफ्ट दे सकती है. दरअसल राज्य सरकार राज्यकर्मियों और पेंशन भोगियों के महंगाई भत्ता (डीए) में बढ़ोतरी कर सकती है. ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि नीतीश सरकार अगली कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव पर मुहर लगा सकती है. रिपोर्ट्स की मानें तो इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर वित्त विभाग ने कैबिनेट सचिवालय को भेज दिया है. अब इस प्रस्ताव को केवल राज्य कैबिनेट की मंजूरी मिलनी बाकी है. कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद चार फीसदी तक डीए के बढ़ने की संभावना है.
कितना बढ़ेगा महंगाई भत्ता ?
मौजूदा वक्त में बिहार में सरकारी कर्मियों और पेंशन भोगियों को 42 फीसदी महंगाई भत्ता मिलता है. वहीं सरकार द्वारा अब डीए बढ़ाए जाने के बाद राज्यकर्मियों की सैलरी में करीब 4 प्रतिशत बढ़ोत्तरी होगी जसके बाद कर्मियों को मिलने वाला भत्ता 46 फीसदी हो जाएगा.
अब समझें सैलरी में कितना होगा इजाफा…
अगर आपकी बेसिक सैलरी 30,000 रुपये प्रतिमाह है तो 42 प्रतिशत महंगाई भत्ता के हिसाब से आपको 12,600 रुपये डीए मिलता है. अब अगर राज्य सरकार चार फीसदी भत्ता बढ़ाती है तो 30,000 की बेसिक सैलरी पर 46 प्रतिशत महंगाई भत्ता के हिसाब से 13,800 रुपये डीए मिलेगा. यानि अगर आपकी बेसिक सैलरी 30,000 है तो आपके वेतन में चार फीसदी का इजाफा होगा.
राज्य के कितने कर्मचारियों को होगा लाभ
बिहार सरकार अगर कैबिनेट की अगली बैठक में महंगाई भत्ता बढ़ाने का निर्णय लेती है तो राज्य के करीब पांच लाख से अधिक कर्मियों को इसका फायदा मिलेगा. डीए बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद कर्मियों को इसका लाभ जुलाई 2023 से दिया जा सकता है. साथ ही दिसंबर की सैलरी के साथ एरियर मिलने की संभावना है.
इससे पहले अप्रैल में बढ़ा था डीए
बता दें कि केंद्र सरकार ने 18 अक्टूबर को कर्मचारियों और पेशनभोगियों के महंगाई भत्ते में चार फीसदी का इजाफा किया था. केंद्र सरकार ने 1 जुलाई 2023 से यह यह महंगाई भत्ता लागू किया है. अब राज्य सरकार भी इसी तर्ज पर राज्यकर्मियों का भत्ता बढ़ाने के मूड में है. वहीं इससे पहले नीतीश सरकार ने अप्रैल महीने में राज्यकर्मियों का चार फीसदी महंगाई भत्ता बढ़ाया था.
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