डाक विभाग ने ई-पासबुक जारी किया, भागलपुर और बांका के 8-10 लाख खाताधारक उठा सकेंगे सुविधा का लाभ
E-passbook of post office: डाकघर के खाताधारक पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना जैसी छोटी बचत योजनाओं के खाते की जानकारी भी इ-पासबुक के जरिये ले सकेंगे. मिनी स्टेटमेंट को अपनी जरूरत के अनुसार डाउनलोड भी कर सकते हैं.
भागलपुर: बिना मोबाइल या नेट बैंकिंग से अब खाताधारक कहीं से भी किसी समय डाक विभाग के बचत खाते की पूरी जानकारी ले सकेंगे. डाक विभाग ने इ-पासबुक जारी की है. इ-पासबुक के जरिये डाकघर के खाताधारक को किसी भी बचत खाते के बैलेंस की जानकारी कुछ ही मिनटों में मिल जायेगा. यह सुविधा पूरी तरह से फ्री होगी. यानी, इसके लिए अलग से पैसे देने की जरूरत नहीं है.
इसके अलावा डाकघर के खाताधारक पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना जैसी छोटी बचत योजनाओं के खाते की जानकारी भी इ-पासबुक के जरिये ले सकेंगे. मिनी स्टेटमेंट को अपनी जरूरत के अनुसार डाउनलोड भी कर सकते हैं. यह पीडीएफ फॉर्मेट में डाउनलोड होगा. मिनी स्टेटमेंट में आखिरी के 10 ट्रांजेक्शन भी शामिल होंगे. भागलपुर डाक प्रमंडल के अधीन भागलपुर व बांका जिला आता है. इसके आठ से 10 लाख खाताधारकों को इस सुविधा का लाभ मिलेगा.
खाते का बैलेंस जानने के लिए डाकघर का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा
खाताधारकों को अब बैलेंस जानने के लिए डाकघर का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. डाक अधिकारी के अनुसार खाताधारक ज्यादतर ग्रामीण इलाके हैं. उन्हें खाते के पैसे और लेनदेन की जानकारी को जानने के लिए अक्सर डाकघर जाना पड़ता है. इस सुविधा से उन्हें अब डाकघर जाने की जरूरत नहीं होगी और न ही अलग से इंटरनेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग की आवश्यकता होगी.
अपनानी होगी यह प्रक्रिया
ई-पासबुक की सुविधा के लिए www.indiapost.gov.in या www.ippbonline.com पर दिये गये ई-पासबुक लिंक पर क्लिक करना होगा. लिंक खुलने के बाद खाताधारक को निदृष्ट काॅलम मे अपना पंजीकृत मोबाइल नंबर डालना होगा. कैप्चा दर्ज करके लाॅगिन करते ही मोबाइल फोन पर ओटीपी आयेगी. ओटीपी दर्ज करते ही तीन विकल्प सामने आयेगा. बैलेंस पूछताछ, मिनी स्टेटमेंट और पूर्ण विवरण. खाताधारक द्वारा विकल्प का चयन करते ही खाते का विवरण उपलब्ध हो जायेगा.
मोबाइल नंबर कराना होगा रजिस्टर्ड
हर खाताधारक को अपने खाते के साथ व्यक्तिगत मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड कराना होगा. मोबाइल नंबर के जरिये ही इ-पासबुक की सेवा उनके लिए मुफ्त उपलब्ध करायी जायेगी. सेवा की शुरुआत बचत, सुकन्या समृद्धि योजना और पीपीएफ खाताधारकों से की गयी है.
डाकघर के ज्यादातर खाताधारक ग्रामीण क्षेत्र के हैं. कभी-कभी पासबुक देरी से जारी होता है. खाते का बैलेंस जानने के लिए डाकघर जाना पड़ता है. इ-पासबुक से इस समस्या का समाधान हो जायेगा. इसके अलावा उनके साथ धोखा होने की आशंका पर भी विराम लग जायेगा. सबसे ज्यादा लाभ बुजुर्ग खाताधारकों को होगा. उन्हें खाते में जमा पैसे को पासबुक में अपडेट कराने के लिए बार-बार डाकघर नहीं आना पड़ेगा. खाते की जमा-निकासी की जानकारी वह आसानी से घर बैठे प्राप्त कर सकेंगे- आरपी प्रसाद, डाक अधीक्षक, डाक विभाग कार्य प्रमंडल, भागलपुर