हिंदू पंचांग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है. पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है. आइये जानते हैं नक्षत्र ज्योतिष वास्तु अनुसंधान केंद्र के प्रेम सागर पाण्डेय से दैनिक पंचांग में शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदूमास एवं पक्ष आदि की जानकारी.
पंचांग
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तिथि सप्तमी 04:38 PM
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नक्षत्र ज्येष्ठा रात्रिशेष 04:05
करण :
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विष्टि 09:01 AM
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बव 09:01 AM
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पक्ष कृष्ण
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योग वज्र 03:12 PM
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वार मंगलवार
सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणना
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सूर्योदय 06:06 AM
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चन्द्रोदय +01:15 AM
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चन्द्र राशि वृश्चिक
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सूर्यास्त 05:54 PM
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चन्द्रास्त 10:33 AM
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ऋतु वसंत
हिन्दू मास एवं वर्ष
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शक सम्वत 1944 शुभकृत
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कलि सम्वत 5124
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दिन काल 11:55 AM
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विक्रम सम्वत 2079
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मास अमांत फाल्गुन
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मास पूर्णिमांत चैत्र
शुभ और अशुभ समय
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शुभ समय
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अभिजित 12:06:51 – 12:54:35
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अशुभ समय
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दुष्टमुहूर्त 08:55 AM – 09:43 AM
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कंटक 07:20 AM – 08:08 AM
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यमघण्ट 10:31 AM – 11:19 AM
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राहु काल 03:29 PM – 04:59 PM
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कुलिक 01:42 PM – 02:30 PM
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कालवेला या अर्द्धयाम 08:55 AM – 09:43 AM
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यमगण्ड 09:31 AM – 11:01 AM
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गुलिक काल 12:30 PM – 02:00 PM
दिशा शूल
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दिशा शूल उत्तर
चन्द्रबल और ताराबल
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ताराबल
अश्विनी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवती
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चन्द्रबल
वृषभ, मिथुन, कन्या, वृश्चिक, मकर, कुम्भ
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विशेष ~ वृद्ध अंगारक पर्व, बुढ़वा मंगल, पूरब दिशा मे शनि का उदय