CO साहेब ! दाखिल खारिज के नाम पर मांगा जा रहा है दो हजार रूपये, हड़कंप

Dakhil kharij online in bihar : भूमि का डिजिटलाइजेशन की सरकारी योजना पर उनके ही कर्मचारी हवा निकाल रहे हैं. अधिकारी म्यूटेंशन और रसीद काटने के नाम पर मोटी रकम के उगाही कर रहे हैं. अरियरी में राजस्व कर्मचारी का खुलेआम यह खेल जारी है. इस खेल से अजिज भू-स्वामियों ने मीडिया कर्मी के समक्ष अपनी खुलकर बात रखी.

By Prabhat Khabar News Desk | January 30, 2021 5:42 PM

Dakhil Kharij : भूमि का डिजिटलाइजेशन की सरकारी योजना पर उनके ही कर्मचारी हवा निकाल रहे हैं. अधिकारी म्यूटेंशन और रसीद काटने के नाम पर मोटी रकम के उगाही कर रहे हैं. अरियरी में राजस्व कर्मचारी का खुलेआम यह खेल जारी है. इस खेल से अजिज भू-स्वामियों ने मीडिया कर्मी के समक्ष अपनी खुलकर बात रखी. अरियरी प्रखंड में दाखिल खारिज और रसीद काटने के नाम पर महीनों से लोग चक्कर लगा रहे. कहीं पैसे का डिमांड कर टालमटोल का रवैया अपनाया जा रहा तो कहीं पैसे की वसूली के बाद भी म्यूटेंशन के लिये लोगों को दौड़ाया जा रहा.

इस पूरे मामले में बड़ी बात यह है कि अंचल अधिकारी लोगों की परेशानी सुलझाने के बजाय मीडिया के सवाल पर शिकायत करने वालों के द्वारा लिखित आवेदन देने की दुहाई दे रहे. इस मामले में लोगों ने यह भी कहा की कई बार अंचल अधिकारी से भी कर्मचारी के इस रवैया की शिकायत की गई. लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं किया जा सका.

राजस्व कर्मचारी शिवशंकर सिंह पर है आरोप – दाखिल खारिज एवं अन्य राजस्व के कार्यों में भू-स्वामियों को टालमटोल से परेशान करने वाले राजस्व कर्मचारी शिव शंकर सिंह लोगों के निशाने पर हैं. भू स्वामियों ने बताया कि पिछले दो वर्षों से अंचल कार्यालय के व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. राजस्व कर्मचारी शंकर सिंह बिना नजराना लिये कोई काम ही नहीं करते. इतना ही नहीं नजराना लेने के बाद भी टालमटोल का रवैया अपनाया जाता है. राजस्व कर्मचारी के इस मनमानी के कारण किसानों को सरकार के महत्वाकांक्षी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा. इसके साथ ही भूमि विवाद के निष्पादन में अभी भी बाधायें उत्पन्न हो रहे हैं.

क्या कहते है लोग – मोटेशन के लिये चार महीना पहले आवेदन किया था. राजस्व कर्मचारी शिव शंकर सिंह के द्वारा दो हज़ार रुपये प्रति केबाला नजराने की मांग की गई थी. 14 केबाला का मोटेशन कराया जाना है. लेकिन नजराना नहीं दिए जाने के कारण आज तक म्यूटेंशन की कार्रवाई नहीं हो सकी है.

धुरी यादव मयपर

दाखिल खारिज के लिए कईबार टाल मटोल किया गया. 45 सौ रुपये नजराने लेने के बाद आवेदन की कार्रवाई किया गया. 25 दिन पहले दो केबाला दाखिल खरिज करने के लिए आवेदन जमा कराया था. इसके बाद लगातार टालमटोल का रवैया अपनाया जा रहा है.

.बैजनाथ मंडल रेउता

जमीन का रसीद कटवाने के लिए पिछले कई दिनों से चक्कर लगा रहा. लेकिन राजस्व कर्मचारी के द्वारा टालमटोल का रवैया अपनाया जा रहा. शनिवार को जब रसीद काटने के लिए कागजात दिए तो राजस्व कर्मचारी ने कागज ही उठा कर फेंक दिया. नजराना नहीं दिए जाने की स्थिति में इस तरह कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा.

प्रकाश चौहान बेलछी बीघा

कार्रवाई की अनुशंसा पर अमल नहीं.- अरियरी में राजस्व कर्मचारी के इस मनमानी का खेल नया नहीं है. राजस्व कर्मचारी के ख़िलाफ़ कार्रवाई की सिफ़ारिश जिला प्रशासन से किया गया है. पुनः लिखित शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जायेगी.

-प्रभात रंजन, सीओ अरियरी.

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Posted By : Avinish kumar mishra

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