दरभंगा एम्स के निर्माण का काम शुरू, मिट्टी भराई के लिए टेंडर जारी, जानें कब तक तैयार हो जायेगी चहारदीवारी
दरभंगा में एम्स के लिए शोभन चौक बाईपास के निकट आवंटित 150 एकड़ जमीन में मिट्टी भराई और चहारदीवारी का निर्माण कर उसे पूरी तरह विकसित करने के लिए बिहार सरकार की ओर से निविदा आमंत्रित कर दी गयी है. यह निविदा अगल अलग 11 भागों में हैं.
पटना. दरभंगा में एम्स के लिए शोभन चौक बाईपास के निकट आवंटित 150 एकड़ जमीन में मिट्टी भराई और चहारदीवारी का निर्माण कर उसे पूरी तरह विकसित करने के लिए बिहार सरकार की ओर से निविदा आमंत्रित कर दी गयी है. यह निविदा अगल अलग 11 भागों में हैं. ऐसे में 150 एकड़ जमीन की भराई के लिए अलग-अलग 11 निविदा निकाले गये हैं. जमीन भराई के साथ ही निर्माण कार्य प्रारंभ होगा. जमीन भराई में राज्य सरकार करीब 300 करोड़ रुपये खर्च करेगी. चार वर्ष में निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है. दरभंगा एम्स में एमबीबीएस की 100 सीटों, बीएससी नर्सिंग की 60 सीटों पर नामांकन के साथ यहां एमडी-एमसीएच जैसे सुपर स्पेशलिटी अस्पताल भी होंगे.
नदी से मिट्टी की उड़ाही के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जायेगादरभंगा एम्स के लिए मिट्टी भराई का टेंडर निकाले जाने की जानकारी देते हुए जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि अगले छह माह में दरभंगा में एम्स के लिए आवंटित जमीन पर मिट्टी भराई का काम पूरा कर लिया जायेगा. इसके बाद यहां भवन निर्माण का कार्य शुरू होगा. उन्होंने कहा कि चहारदीवारी का निर्माण भी समय से पूरा किया जायेगा. मिट्टी की उपलब्धता पर मंत्री संजय झा पहले ही कह चुके हैं कि जरुरत पड़ी तो जल संसाधन विभाग की ओर से नदी से मिट्टी की उड़ाही के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जायेगा. उन्होंने कहा है कि मिट्टी की कोई कमी नहीं होने दी जायेगी.
संजय झा ने सोशल साइट पर लिखे पोस्ट में कहा है कि बिहार के दूसरे एम्स का निर्माण दरभंगा में ही होगा. शोभन चौक बाईपास के निकट एम्स का निर्माण होने से जहां दरभंगा शहर को एक नया विस्तार मिलेगा, वहीं डीएमसीएच का भी नये सिरे से विकास हो सकेगा. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने विधानसभा में और बाहर भी स्पष्ट कहा है कि दरभंगा एम्स के लिए आवंटित भूमि के विकास के लिए जो कुछ भी करना होगा, राज्य सरकार कराएगी. मार्च 2023 के पहले सप्ताह में उनकी अध्यक्षता में हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में दरभंगा एम्स के लिए 150 एकड़ जमीन शोभन चौक बाईपास के निकट आवंटित करने को मंजूरी दी गई थी. इससे पहले समाधान यात्रा के दौरान भी सीएम नीतीश कुमार ने एम्स के लिए चिह्नित भूमि का खुद स्थल निरीक्षण किया था.
केंद्रीय कैबिनेट ने 2020 में दरभंगा में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का प्रस्ताव स्वीकृत किया था. 1264 करोड़ की लागत से बनने वाले एम्स के लिए जमीन आवंटन राज्य सरकार को करना था. प्रारंभ में दरभंगा मेडिकल कालेज अस्पताल परिसर की जमीन से 82 एकड़ जमीन देने पर सहमति बनी थी. यहां मिट्टी की भराई का कुछ काम भी हुआ, लेकिन बाद में केंद्र सरकार ने उक्त जमीन को खारिज कर दिया. इसके बाद कई जमीनों को लेकर बात हुई. दरभंगा के डीएम ने दरभंगा में बंद पड़ी अशोक पेपर मिल की जमीन पर दरभंगा एम्स का निर्माण करने का प्रस्ताव दिया, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शोभन में जमीन चिह्नित करते हुए इसकी स्वीकृति दे दी है.