आयुर्वेदिक चिकित्सा का भी केंद्र बनेगा दरभंगा, नीतीश कुमार ने किया MRIIMS के नये भवन का शिलान्यास
आयुर्वेद चिकित्सा की पढ़ाई और शोध को सहज सुलभ बनाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार 27 नवंबर को महारानी रामेश्वरी भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान के नये भवन का शिलान्यास किया. मुख्यमंत्री ने संस्थान के नये भवन का निर्माण कार्य जल्द से जल्द शुरू कराने का निदेश दिया है.
पटना. दरभंगा एम्स और डीएमसीएच के बाद दरभंगा आयुर्वेदिक चिकित्सा का भी प्रमुख केंद्र बनेगा. आयुर्वेद चिकित्सा की पढ़ाई और शोध को सहज सुलभ बनाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार 27 नवंबर को महारानी रामेश्वरी भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान के नये भवन का शिलान्यास किया. मुख्यमंत्री ने महारानी रामेश्वरी भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान के नये भवन का निर्माण कार्य जल्द से जल्द शुरू कराने का निदेश दिया है. उन्होंने कहा कि जब इसका निर्माण कार्य शुरू होगा तो उस समय पुनः हम यहां देखने आयेंगे. निर्माण कार्य पूर्ण हो जाने पर लोगों को इलाज में काफी सहूलियत होगी.
डीएमसीएच को पुनर्विकसित करने की योजना का शिलान्यास
इस मौके पर नीतीश कुमार ने 2742.04 करोड़ रुपये की लागत से दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल, दरभंगा को पुनर्विकसित करने की योजना अंतर्गत प्रति वर्ष 250 नामांकन के शैक्षणिक भवन एवं 2100 शैय्या के अस्पताल का फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर शिलान्यास किया. साथ ही मुख्यमंत्री ने 194.08 करोड़ रुपये की लागत से 400 शैय्या के सर्जिकल ब्लॉक सहित विभिन्न योजनाओं का फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया. मुख्यमंत्री ने सर्जरी ब्लॉक में ‘दीदी की रसोई’ का भी फीता काटकर शुभारंभ किया. इसके पश्चात् सर्जरी ब्लॉक एवं प्रसव कक्ष का मुख्यमंत्री ने मुआयना किया. अस्पताल परिसर के मुआयना के क्रम में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वर्षा के मौसम में भी यहां जलजमाव की स्थिति उत्पन्न न हो, इसका ध्यान में रखते हुए निर्माण कार्य सुनिश्चत कराएं. ड्रेनेज सिस्टम को बेहतर बनाएं ताकि पानी की निकासी में दिक्कत न हो.
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दरभंगा मेडिकल कॉलेज का स्वर्णिम इतिहास
दरभंगा के मेडिकल क्षेत्र में योगदान पर बोलते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जब हम सांसद थे और बाहर जब जाते थे तो हर जगह पीएमसीएच और डीएमसीएच के डॉक्टर मिल जाते थे. हमने इसी लिए जब बिहार में दूसरे एम्स की बात हुई तो दरभंगा का चयन किया. उन्होंने कहा कि दरभंगा में एम्स स्थापित करने के लिए शोभन काफी अच्छी जगह है, जिसको हमलोगों ने चिन्हित किया है. वहां आवागमन के लिए बेहतर कनेक्टविटी है, जहां लोग आसानी से पहुंच सकते हैं. शोभन में एम्स बनने से दरभंगा शहर का विस्तारीकरण भी होगा.
बनकर तैयार है सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल
पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का और विस्तार हमलोग कर रहे हैं. इसमें पहले से 400 बेड का अस्पताल बना हुआ है. यहां जब 2500 बेड का अस्पताल बन जाएगा, तो यहां इलाज और बेहतर ढंग से होगा साथ ही मेडिकल की पढ़ाई भी बेहतर ढंग से होगी. यह बहुत महत्वपूर्ण जगह भी है, इसलिए इस मेडिकल कॉलेज में पढ़नेवालों की संख्या और बढ़ेगी. सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल भी बनकर तैयार है.
एम्स के लिए अब कोई बाधा नहीं
उन्होंने कहा कि डीएमसीएच को ही हम पहले एम्स बनाना चाह रहे थे. केंद्र के लोग पहले एग्री कर गए थे लेकिन फिर बाद में किसी कारण बस नहीं बन पाया. दरभंगा एम्स बनाने को लेकर जनवरी में हमको जगह दिखाया गया. अब शोभन में एम्स बनाने को लेकर केंद्र से मंजूरी आ गई है. केंद्र सरकार की ओर से दरभंगा एम्स की ऊँचाई जो पहले से निर्धारित थी, उसको और बढ़ाने के लिए कहा गया है, हम उसको और बढ़ा रहे हैं. फोर लेन का निर्माण भी करा रहे हैं, इससे शहर का काफी विस्तार भी हो जाएगा. पटना के बाद बिहार में दूसरा एम्स दरभंगा में बनेगा जिसके लिए शोभन में जमीन चिह्नित कर ली गई है.
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, वित्त, वाणिज्यकर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन सह सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री ललित कुमार यादव, विधायक संजय सरावगी, विधायक शशिभूषण हजारी, विधायक विनय कुमार चौधरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी, पूर्व विधान पार्षद दिलीप चौधरी, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, दरभंगा प्रमंडल के आयुक्त मनीष कुमार, दरभंगा प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक विनय कुमार, दरभंगा के जिलाधिकारी राजीव रौशन सहित अन्य वरीय अधिकारी एवं दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के चिकित्सकगण, कर्मीगण एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.