पटना. राज्य में करीब 212 किमी लंबी की लंबाई में बनने वाली फोरलेन आमस-दरभंगा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे से राज्य के विकास को गति मिलेगी. यह सड़क राज्य के सात जिलों से होकर गुजरेगी.
इनमें गया, जहानाबाद, नालंदा, पटना, वैशाली, समस्तीपुर और दरभंगा जिले शामिल हैं. इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर करीब साढ़े सात हजार करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान है.
इस सड़क को बनाने के लिए 233 राजस्व गांवों में भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू हो गयी है. मार्च 2021 तक चार पैकेज में टेंडर आमंत्रित होंगे और निर्माण एजेंसी का चयन कर जून 2021 तक काम शुरू किया जायेगा.
सड़क निर्माण के लिए सात जिले के 233 राजस्व गांवों में 1382 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू की जा चुकी है.
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भू-अर्जन का काम एनएच अधिनियम के तहत तेजी से पूरा करने के लिए मॉनीटरिंग हो रही है. विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा सातों जिले के सक्षम अधिकारियों के साथ भूमि अधिग्रहण के मामले में लगातार स्वयं समीक्षा बैठक कर रहे हैं.
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एनएचएआइ द्वारा सात जिलों के भू-अर्जन के लिए किसानों को मुआवजे की स्वीकृति दी गयी है. इस परियोजना में किसानों को फरवरी 2021 के शुरू में क्षतिपूर्ति का भुगतान शुरू हो जायेगा.
इस परियोजना के एलाइनमेंट के अनुसार सड़क गया के आमस, मथुरापुर, गुरारू, पंचानपुर, बेला, इब्राहिमपुर, ओकरी, पभेरा, रामनगर, सबलपुर, चकसिकंदर, दभैच, बहुआरा, शाहपुर बधुनी (ताजपुर), शिवनंदनपुर (बूढ़ी गंडक), बासुदेवपुर, रामनगर (लहेरियासराय), बेला नवादा (दरभंगा) के पास से गुजरेगी.
Posted by Ashish Jha