दरभंगा का डिजिटल लेबर चौक पोर्टल बना सर्वश्रेष्ठ स्टार्टअप, चौक-चौराहों पर बैठे मजदूरों को दिलाता है काम
गौड़िका डिजिटल लेबर चौक प्राइवेट लिमिटेड दरभंगा स्थित स्टार्टअप कंपनी है, जो सीआइएमपी बिजनेस इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन फाउंडेशन में इनक्यूबेटेड है.
पटना. डिजिटल लेबर चौक (डीएलसी) के संस्थापक और सीइओ चंद्रशेखर मंडल को अपने अनूठे स्टार्टअप के लिए एक और पुरस्कार मिला है. रोबोटिक्स एंड ऑटोमेशन (आआइसीआरए) के लिए अखिल भारतीय परिषद स्टार्टअप के महाकुंभ में भाग लिया और विजेता बना. यह स्टार्टअप चौक-चौराहों पर बैठे मजदूरों को एक ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से काम प्रदान करता है.
दरभंगा का स्टार्टअप है गौड़िका डिजिटल लेबर चौक प्राइवेट लिमिटेड
गौड़िका डिजिटल लेबर चौक प्राइवेट लिमिटेड दरभंगा स्थित स्टार्टअप कंपनी है, जो सीआइएमपी बिजनेस इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन फाउंडेशन में इनक्यूबेटेड है. सीआइएमपी-बीआइआइएफ के सीइओ कुमोद कुमार ने भी चंद्रशेखर मंडल को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी और डीएलसी के कार्यों की सराहना की.
श्रमिकों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर रहा डीएलसी
कुमोद कुमार ने कहा कि डीएलसी उन हजारों दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर रहा है जो काम की तलाश में श्रम चौकों पर खड़े रहते हैं. सीआइएमपी के निदेशक डॉ राणा सिंह ने भी इस अवसर पर चंद्रशेखर और उनकी टीम को पुरस्कार हासिल करने और राष्ट्रीय सम्मेलन में बिहार और सीआइएमपी-बीआइआइएफ के झंडे को ऊंचा रखने के लिए शुभकामनाएं दीं.
बिहार के उभरते स्टार्टअप सितारों में से एक होगा
डॉ राणा सिंह ने कहा कि हमें मंडल और उनके स्टार्टअप पर गर्व है. हमें विश्वास है कि उनका स्टार्टअप सबसे तेजी से बढ़ते और बिहार के उभरते स्टार्टअप सितारों में से एक होगा. दरभंगा के आमी गांव के निवासी चंद्रशेखर मंडल ने अपनी टीम, क्लाइंट्स, पार्टनर्स और सीआइएमपी-बीआइआइएफ को उनके साथ, निरंतर समर्थन और विश्वास के लिए धन्यवाद दिया.
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