दरभंगा,गया सहित कुछ शहरों में चापाकल ने छोड़ा पानी, बढ़ती गर्मी से गहराने लगा पानी का संकट
पीएचइडी के कंट्रोल रूम में दरभंगा, गया, जहानाबाद, बक्सर, नालंदा सहित कई जिलों से शिकायत मिली है कि वहां के चापाकल ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया है. ऐसे में विभाग ने 49 जल शिकायत कोषांग का गठन कराया है, इसमें जल संबंधित शिकायतों को लिया जायेगा और संबंधित अधिकारियों तक शिकायतों को पहुंचाया जायेगा.
पटना. राज्य में लगातार बढ़ रही भीषण गर्मी के बाद कुछ एक जिलों में जल संकट की खबर राज्य मुख्यालय में आने लगी है. पीएचइडी के कंट्रोल रूम में दरभंगा, गया, जहानाबाद, बक्सर, नालंदा सहित कई जिलों से शिकायत मिली है कि वहां के चापाकल ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया है. ऐसे में विभाग ने 49 जल शिकायत कोषांग का गठन कराया है, इसमें जल संबंधित शिकायतों को लिया जायेगा और संबंधित अधिकारियों तक शिकायतों को पहुंचाया जायेगा. इसके लिए राज्य मुख्यालय पर जल शिकायत का टॉल फ्री 18001231121 को जारी किया गया है, जो अब रविवार को काम करेगा.
सभी डीएम को भेजा निर्देश, अधिकारियों का नंबर होगा प्रदर्शित
विभाग ने सभी डीएम को दिशा-निर्देश दिया है कि गर्मी को देखते हुए जल कोषांग का गठन किया गया है. जिसकी निगरानी बहुत जरूरी है. विभाग के सभी अधिकारी अपने नंबर को प्रदर्शित करें, ताकि आमलोगों के पास नंबर पहुंच सकें. इसके लिए विभाग ने अधिकारियों को निर्देश दिया है.
जल स्तर की निगरानी बढ़ाने का दिया गया निर्देश
विभाग ने जिला प्रशासन को गर्मी की गंभीरता को देखते हुए जल स्तर की निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया है. इसके लिए जन प्रतिनिधियों का भी सहयोग लेने को कहा गया है. ऐसे में आमलोगों को भी पानी की बर्बादी कम करने के लिए गांव में जागरूकता अभियान चलाया जायेगा. जिसकी शुरुआत मंगलवार से होगी.
इन जिलों में बढ़ायी गयी निगरानी
गया, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल, रोहतास, कैमूर, लखीसराय, मुंगेर, जमुई, बांका, सीतामढ़ी, बेगूसराय, दरभंगा, पटना पश्चिम, भोजपुर, बक्सर, सारण, सीवान, गोपालगंज, मधुबनी, सहरसा
पीएचइडी ने की यह व्यवस्था
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– जलापूर्ति योजनाओं में मरम्मती के लिए 4095 पंचायतों में टीम तैनात है.
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– पेयजल की समस्या होने पर 484 जल टैंकर और15 चलंत टैंकर से लोगों तक पानी पहुंचाया जायेगा.
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– गर्मी में जानवरों को पानी मिले, इसके लिए 20 जिलों में 261 कैटल ट्रफ हैं.
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– जिलों में शिकायत कोषांग काम करने लगा है,जहां से हर दिन जलापूर्ति संबंधित शिकायतों का निबटारा होता है.
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– जल स्तर की निगरानी के लिए अधिकारियों की विशेष निगरानी शुरू की गयी है.