दरभंगा लोकसभा: राजद के ललित यादव दे रहे बीजेपी के गोपाल जी को सीधी टक्कर, जानें इस सीट का पूरा समीकरण

अपनी समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं के लिए प्रसिद्ध दरभंगा में 13 को वोट डाले जाएंगे. इस सीट पर भाजपा के गोपालजी ठाकुर दूसरी बार जीतने के प्रयास में है. वहीं राजद विधायक ललित यादव पहली बार सांसद बनने की कोशिश में है. जानिए इस सीट पर क्या समीकरण है.

By Anand Shekhar | May 11, 2024 5:37 PM

दरभंगा लोकसभा क्षेत्र: मिथिलांचल के केंद्र दरभंगा में चौथे चरण यानी 13 मई को मतदान होना है. पान, मखाना, मछली आदि के लिए मशहूर इस इलाके में शनिवार शाम को चुनाव प्रचार थम जाएगा. लेकिन इससे पहले ही एनडीए के उम्मीदवार और दरभंगा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे इंडी गठबंधन ने दिन-रात एक कर दिया है. मतदाताओं को बीजेपी के पक्ष में प्रेरित करने के लिए खुद प्रधानमंत्री भी यहां जनसभा कर चुके हैं. दूसरी ओर राजद के स्टार प्रचारक तेजस्वी यादव ने भी प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ी. दरभंगा लोकसभा सीट पर निवर्तमान सांसद गोपालजी ठाकुर जहां दूसरी बार सांसद बनने की कोशिश में हैं, वहीं दरभंगा ग्रामीण से राजद विधायक ललित यादव पहली बार सांसद बनने की कोशिश में हैं.

दरभंगा लोकसभा सीट पर मुस्लिम वोटरों की संख्या तीन लाख के आसपास है, वहीं, ब्राह्मण और यादव वोटों की संख्या भी तीन लाख के करीब है. वहीं चार लाख से अधिक वोटर अति पिछड़ा वर्ग के है, जिन्हें स्थानीय लोग पचपनिया कहते हैं. इसके बाद राजपूत और भूमिहार वोटों की संख्या 1-1 लाख के आसपास है. दरभंगा लोकसभा सीट पर शुरुआती तीन चुनावों में कांग्रेस उम्मीदवार श्रीनारायण दास जीतते रहे. श्रीनारायण दास कायस्थ जाति से आते थे, इस लोकसभा क्षेत्र में कायस्थों की भी अच्छी तादाद है.

मतदाता

  • पुरुष – 933122
  • महिला – 841499
  • थर्ड जेंडर -35
  • कुल मतदाता – 1774656

विधायक ललित यादव दे रहे हैं निवर्तमान सांसद गोपालजी ठाकुर को चुनौती

दरभंगा में लोकसभा चुनाव का नतीजा किस करवट बैठेगा, यह तो अभी नहीं कहा जा सकता है, लेकिन भाजपा के गोपालजी ठाकुर और राजद के ललित यादव दोनों विशेष रणनीति बनाकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं. हालांकि, भाजपा सांसद राजद के कोर वोटर यादवों को अपने पक्ष में करने की कोशिश में लगे हुए हैं, तो ललित यादव भाजपा के कोर वोटर ब्राह्मण को तोड़ने की कोशिश में हैं.

ललित यादव परिसीमन से पहले मनीगाछी और परिसीमन के बाद दरभंगा ग्रामीण से लगातार विधायक हैं. वे अपने वोटर को एकजुट करने के साथ-साथ ब्राह्मण वोट बैंक में भी सेंधमारी करने की जुगत में हैं.

1999 के चुनाव में पहली बार भाजपा को मिली थी जीत

दरभंगा लोकसभा सीट पर पहली बार भाजपा को 1999 में जीत मिली थी. कीर्ति आजाद पहली बार भाजपा से 1999 में सांसद बने थे. इसके बाद 2009 और 2014 में उन्होंने जीत हासिल की. वहीं, राजद के अली अशरफ फातमी 1991 में पहली बार सांसद बने. इसके बाद 1996, 1998 व 2004 में भी उन्होंने जीत हासिल की.

साल 2019 के चुनाव परिणाम पर नजर डालें, तो यहां से भाजपा के उम्मीदवार गोपाल जी ठाकुर ने राजद के प्रत्याशी अब्दुल बारी सिद्धकी को 2,67,979 वोटों से हराया था. गोपाल जी ठाकुर को इस चुनाव में 5,86,688 वोट मिले थे. राजद उम्मीदवार अब्दुल बारी सिद्दीकी को 3,18,689 वोट मिले. इस सीट पर 20 हजार से ज्यादा लोगों ने नोटा का बटन दबाया था.

छह विधानसभा सीटों में से पांच एनडीए के पास

दरभंगा लोकसभा क्षेत्र में 6 विधानसभा सीटें हैं. गौरा बौराम विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक स्वर्णा सिंह हैं. हालांकि, उन्होंने वीआइपी के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीता था और बाद में भाजपा में शामिल हो गयीं.

वहीं, बेनीपुर विधानसभा सीट से जदयू के विनय कुमार चौधरी विधायक हैं. अलीनगर विधानसभा सीट से भाजपा के मिश्री लाल यादव विधायक हैं, जो वीआइपी के टिकट पर चुनाव जीते थे और बाद में भाजपा का दामन थाम लिया.

दरभंगा रूरल सीट से राजद के ललित कुमार यादव विधायक हैं. दरभंगा विधानसभा सीट से भाजपा के संजय सरावगी विधायक हैं. वहीं, बहादुरपुर विधानसभा सीट से भी जदयू के मदन सहनी विधायक हैं.

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