दरभंगा के महारानी रमेश्वरी आयुर्वेद कॉलेज में 17 साल बाद होगी पढ़ाई, इस सत्र में होगा 38 सीटों पर नामांकन
इस सत्र 2022-23 में 38 विद्यार्थियों के नामांकन को लेकर केंद्रीय आयुर्वेद चिकित्सा परिषद सीसीआइएम के पास आवेदन दिया है.
पटना. बिहार में बंद पड़े राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पतालों में फिर से विद्यार्थियों के नामांकन की तैयारी शुरू की गयी है. महारानी रमेश्वरी आयुर्वेद कॉलेज, दरभंगा में इस सत्र 2022-23 में 38 विद्यार्थियों के नामांकन को लेकर केंद्रीय आयुर्वेद चिकित्सा परिषद सीसीआइएम के पास आवेदन दिया है.
सीसीआइएम से अनुमति मिलने के बाद कॉलेज में नामांकन किया जायेगा. कई वर्षो से बंद राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज बेगूसराय में लगातार तीसरे सत्र में इस वर्ष 38 सीटों पर विद्यार्थियों के नामांकन की तैयारी है. बिहार में अभी राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज बक्सर और राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज भागलपुर में नामांकन ठप पड़ा हुआ है.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयुष चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बंद पड़े आयुर्वेदिक कॉलेजों की संरचनाओं का विकास किया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल,पटना, राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज बेगूसराय और राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज दरभंगा में ही शिक्षण-प्रशिक्षण की तैयारी गयी है.
राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज दरभंगा के प्राचार्य डा दिनेश्वर प्रसाद ने बताया कि कॉलेज में ओपीडी के साथ इनडोर की सेवा आरंभ की गयी है. कॉलेज ने 38 सीटों पर नामांकन के लिए आवेदन किया है. स्वास्थ्य विभाग ने दरभंगा मेडिकल कॉलेज में 120 सीट पर नामांकन और 150 बेड के अस्पताल के निर्माण की राशि स्वीकृत की है.
इसी तरह से विभाग की ओर से राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज बेगूसराय में 150 सीटों पर नामांकन और 200 बेड के अस्पताल के निर्माण की राशि जारी कर दी है. इन दो कॉलेजों के बाद राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल बक्सर और राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल भागलपुर के नामांकन की तैयारी की जायेगी.