दरभंगा. दरभंगा स्थित मखाना अनुसंधान केंद्र को राष्ट्रीय संस्थान का दर्जा मिल सकता है. इस संस्थान को पहले यह दर्जा प्राप्त था, लेकिन बाद में इस संस्थान से यह दर्जा वापस ले लिया गया. वर्षों पुरानी मांग पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि केंद्र सरकार इस पर गंभीरता से विचार कर रही है. वो खुद इसके लिए अब प्रयास करेंगे. मखाना अनुसंधान केंद्र के 22वें स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि इस संस्थान ने मखाना अनुसंधान के क्षेत्र में काफी अच्छा काम किया है. एक सवाल के जवाब में केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि दरभंगा में एग्रीकल्चर कॉलेज खोलने के संबंध में राज्य सरकार को विचार करना चाहिए.
मौके पर मौजूद मखाना अनुसंधान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि इस संस्थान को अगर राष्ट्रीय दर्जा मिल जाता है तो इससे मिथिला के किसानों और व्यवसायियों को काफी फायदा होगा. आईसीएआर रिसर्च कॉम्प्लेक्स, पटना के निदेशक डॉ. अनूप दास एवं मखाना अनुसंधान केंद्र के प्रमुख व कार्यक्रम के आयोजक डॉ. मनोज कुमार ने पाग, चादर एवं मिथिला पेंटिंग से अतिथियों का स्वागत किया.
विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद सांसद डॉ. गोपाल जी ठाकुर ने केंद्रीय मंत्री को ज्ञापन देकर कई मांग रखी. उन्होंने मखाना अनुसंधान केंद्र को ‘राष्ट्रीय अनुसंधान केंद्र बनाने की मांग करते हुए मखाना का न्यूनतम समर्थन मूल्य एवं मखाना मंडी की व्यवस्था करने की बात कही. उन्होंने कहा कि अनुसंधान केंद्र में वैज्ञानिकों एवं अन्य कर्मचारियों की संख्या में यथोचित वृद्धि नहीं होने से शोध का काम प्रभावित हो रहा है. वैज्ञानिक उपकरणों एवं शोध के लिए जरूरी भौतिक संरचनाओं (प्रयोगशालाओं) का विकास करने पर भी जोर दिया.