पटना. दरभंगा जंक्शन पर पार्सल में हुए ब्लास्ट की जांच एनआइए कर सकती है. एटीएस की जांच में तेलंगाना, यूपी के बाद कश्मीर और पाकिस्तान से कनेक्शन होने की बात सामने आ रही है़ सूत्रों के अनुसार, कई राज्यों ने इस पार्सल विस्फोट के जुड़े होने के कारण इसकी जांच एनआइए करेगी. हालांकि, आधिकारिक तौर पर जांच एजेंसी कुछ नहीं कह रही है, लेकिन पार्सल विस्फोट की जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है. सूचना है कि इस मामले को जल्द एनआइए को सौंप दिया जायेगा.
सूत्रों की मानें तो पार्सल बुक कराने वाले सुफियान का संबंध जम्मू की जेल में बंद मोहम्मद जावेद से हो सकता है. जावेद सारण जिले के मढ़ौरा का रहने वाला है और उसपर आतंकियों को हथियार सप्लाइ करने का आरोप है.
एटीएस सूत्रों की मानें तो पार्सल विस्फोट की जांच झारखंड के चतरा से भी जुड़ रही है. जहां सुफियान नाम के एक और संदिग्ध की पुलिस पिछले चार सालों से तलाश कर रही है़ एटीएस की टीम अब यह पता लगा रही है कि क्या दोनों सुफियान एक ही हैं या अलग.
यह मामला इसलिए भी गंभीर है क्योंकि चतरा के सुफियान के आतंकी ट्रेनिंग लेने की बात कही जाती रही है. हालांकि जांच दल में शामिल अफसर इन दोनों बातों पर कुछ भी नहीं बोल रहे हैं. फिलहाल अभी तक तेलंगाना के सिकंदराबाद व यूपी के शामली में अब तक चार संदिग्धों से पूछताछ की गयी है.
दरभंगा जंक्शन पर पार्सल ब्लास्ट मामले की जांच का केंद्र सिंकदराबाद व हैदराबाद बना गया है. जांच के कई अहम सुराग भी मिले हैं. सिकंदराबाद में सीसीटीवी के फुटेज से जांच टीम ने आधा दर्जन संदिग्धों को चिह्नित किया है.
मालूम हो कि वहां पार्सल कार्यालय के अभिलेखों की जांच के साथ ही उसे कब्जे में जांच टीम ने ले लिया है. पार्सल कार्यालय के अधिकारी व कर्मियों से टीम ने अलग-अलग बयान दर्ज किया है. सीसीटीवी फुटेज को बारीकी से खंगाला जा रहा है. इसमें एक फुटेज में कार व बाइक सवार नजर आ रहे हैं. इनकी गतिविधि संदेहास्पद लग रही है.
इन दोनों वाहनों पर आधा दर्जन लोग सवार हैं. इस मामले का कनेक्शन हैदराबाद से जुड़ रहा है़ ज्ञात हो कि घटना के अगले ही दिन रेल एसपी अशोक कुमार सिंह के निर्देश पर स्थानीय जीआरपी थानाध्यक्ष के साथ एक अन्य अधिकारी को सिकंदराबाद के लिए रवाना कर दिया गया था.
Posted by Ashish Jha