दरभंगा के डीएमसीएच में बिचौलियों द्वारा मरीजों को बरगला कर निजी अस्पतालों में भेजे जाने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा. यह धंधा यहां सालों से जारी है. बीच-बीच में कोई मामला हाइलाइट होने पर अस्पताल प्रशासन कुछ समय के लिए इस दिशा में संजीदा होता है, लेकिन फिर से धंधा अपनी पटरी पर आ जाता है.
शिकायत मिलने पर डीएमसीएच के अधीक्षक डॉ एचएस मिश्रा ने सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार सिन्हा को पत्र लिखकर शहर के दो निजी अस्पतालों में विगत छह माह से इलाजरत मरीजों का ब्योरा मांगा है. इसके आधार पर पता किया जा सकेगा कि मरीज उक्त तिथि में डीएमसीएच में निबंधित तो नहीं कराया गया था. इन अस्पतालों में अस्पताल परिसर स्थित कई अस्पताल शामिल है.
जानकारी के अनुसार कई माह से डीएमसीएच आने वाले कुछ गरीब मरीजों को पैसा लेकर अन्य अस्पतालों में भेज दिया जाता है, जिससे मरिजों को इलाज के लिए ज़ायदा खर्च करना पड़ता है. इसमें शहर के कुछ निजी अस्पताल का प्रबंधन व डीएमसीएच का कुछ कर्मी शामिल है. बताया जाता है कि डीएमसीएच में रजिस्ट्रेशन कराने आये मरीजों पर बिचौलियों की नजर रहती है.
गरीब मरीजों से डीएमसीएच में इलाज बेहतर नहीं होने की बात कह, बहलाया फुसलाया जाता है. बड़े- बड़े ऑपरेशन कम कीमत पर बाहर में कराने का लोभ दिया जाता है. फंस जाने पर मरीज को निजी अस्पताल भेज दिया जाता है. वहां जाने पर मरीजों का आर्थिक दोहन होता है.